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प्रदेश में दीक्षा एप के प्रयोग में चौथे नंबर पर दादरी ब्लॉक, परिषदीय स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को मिल रहा बढ़ावा

गौतमबुद्ध नगर ने 37 वें स्थान से दसवें स्थान पर छलांग लगाई है। स्कूलों के डिजिटली सशक्त होने के कारण प्रदेश में जनपद को यह रैंक मिली है। चारों ब्लॉक में से दादरी ब्लॉक के शिक्षकों ने सबसे अधिक कक्षा शिक्षण में दीक्षा एप का उपयोग किया है। प्रदेश के 75 जिलों में करीब 880 ब्लॉक हैं। 880 ब्लॉक में से दादरी चौथे पायदान पर आया है।

By Ankur Tripathi Edited By: Abhishek Tiwari Published: Thu, 23 May 2024 09:20 AM (IST)Updated: Thu, 23 May 2024 09:20 AM (IST)
प्रदेश में दीक्षा एप के प्रयोग में चौथे नंबर पर दादरी ब्लॉक

अंकुर त्रिपाठी, ग्रेटर नोएडा। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में डिजिटल शिक्षा का बढ़ावा देने के लिए दीक्षा एप के साथ कई अन्य प्रकार के एप के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। दीक्षा एप का कक्षा शिक्षण में प्रयोग का हाल ही में राज्य स्तर से डाटा जारी किया गया है।

मई माह के दूसरे सप्ताह में जारी किए गए डाटा के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर ने 37 वें स्थान से दसवें स्थान पर छलांग लगाई है। स्कूलों के डिजिटली सशक्त होने के कारण प्रदेश में जनपद को यह रैंक मिली है। चारों ब्लॉक के अधिकतर स्कूलों में स्मार्टबोर्ड होने से दीक्षा एप को चलाने में मदद मिली है।

प्रदेश के 75 जिलों में हैं करीब 880 ब्लॉक

चारों ब्लॉक में से दादरी ब्लॉक के शिक्षकों ने सबसे अधिक कक्षा शिक्षण में दीक्षा एप का उपयोग किया है। प्रदेश के 75 जिलों में करीब 880 ब्लॉक हैं। 880 ब्लॉक में से दादरी चौथे पायदान पर आया है। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से हर हफ्ते की रैकिंग जारी की जाती है।

खंड शिक्षा अधिकारी दादरी नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि यह सफलता रणनीति के तहत मिली है। सभी शिक्षकों को निर्देश दिए गए थे कि प्रतिदिन कम से कम एक कलांश में दीक्षा एप के माध्यम से पढ़ाई कराई जानी है। इसकी देखरेेख की जिम्मेदारी संकुल शिक्षकों को दी गई थी। वह प्रतिदिन की रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराते थे।

दीक्षा एप पर सभी बोर्ड की सामग्री उपलब्ध

दीक्षा एप पर सभी बोर्ड के हर विषय की किताबों के साथ ही शिक्षकों की ओर से बनाएं गए वीडियो उपलब्ध हैं। कोरोना काल में इन्हीं वीडियो की मदद से छात्रों को पढ़ाने की शुरूआत हुई थी। राष्ट्रीय से लेेकर राज्य स्तर के पुरस्कार जीतने वाले शिक्षकों के बनाएं वीडियो छात्रों को विषय को समझने में मदद कर रहे हैं।

शिक्षक के साथ छात्र हो रहे डिजिटल

शिक्षकों के साथ ही छात्रों को भी डिजिटल रूप से सशक्त किया जा रहा है। शिक्षक प्रतिदिन छात्रों को स्मार्टबोर्ड की मदद से पढ़ा रहे हैं। दीक्षा एप पर उपलब्ध वीडियो का सबसे अधिक लाभ छात्रों को यह मिल रहा है कि यदि किसी दिन स्कूल में शिक्षक कम होते हैं तो छात्रों को इन्हीं वीडियो की मदद से पढ़ाया जाता है। प्राइवेट स्कूलों की तरह परिषदीय स्कूलों में अब डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया मिल रहा है।

ब्लॉक मैप होता तो और बढ़ता आंकड़ा

हर ब्लॉक के शिक्षक अधिक से अधिक दीक्षा एप का प्रयोग कर रहे हैं,लेकिन शिक्षकों की डिवाइस ब्लॉक वार मैप नहीं होने से जनपद का आंकड़ा काफी कम रह गया। 5079 यूनिक डिवाइस से 14007 बार वीडियो शिक्षकों की ओर से प्ले किए गए,लेकिन उसकी गिनती दीक्षा एप पर दर्ज नहीं हो पाया।

विभाग की ओर से डिवाइस को मैप कराने का कार्य चल रहा है,जिससे जनपद पहले पायदान पर पहुंच सके। दीक्षा एप का सबसे कम उपयोग जेवर ब्लॉक के शिक्षक कर रहे हैं। सबसे हाईटेक ब्लॉक में गिने जाने वाले बिसरख ब्लॉक के भी शिक्षक दीक्षा एप के माध्यम से छात्रों को पढ़ाने में रुचि नहीं ले रहे हैं।

ब्लॉक यूनिक डिवाइस टोटल प्ले

  • दादरी 443 1234
  • बिसरख 154 416
  • दनकौर 93 285
  • जेवर 28 82

नई शिक्षा नीति के तहत डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। एआरपी,एसआरजी,संकुल शिक्षकों के साथ बनाई गई रणनीति का नतीजा है कि जनपद को प्रदेश में 10वां स्थान मिला है। इसके साथ ही प्रदेश में दादरी ब्लॉक चौथे पायदान पर आया है।

- राहुल पंवार,बेसिक शिक्षा अधिकारी


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