वर्षो की तमन्ना को मिल रहा मूर्तरूप

अयोध्या में राममंदिर निर्माण की शुभ घड़ी को लेकर 1990 में कारसेवा और जेल भरो आंदोलन में शामिल लोगों की मेहनत का अब मूर्तरूप मिल रहा है। मंदिर निर्माण को लेकर जहां लोगों में अपार खुशी है वहीं उत्सव जैसा भी माहौल है। कार सेवक इस शुभ घड़ी का तीन दशक से इंतजार कर रहे हैं। उनके लिए यह किसी सपने से कम नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 10:40 PM (IST)
वर्षो की तमन्ना को मिल रहा मूर्तरूप
वर्षो की तमन्ना को मिल रहा मूर्तरूप

पीलीभीत,जेएनएन : अयोध्या में राममंदिर निर्माण की शुभ घड़ी को लेकर 1990 में कारसेवा और जेल भरो आंदोलन में शामिल लोगों की मेहनत का अब मूर्तरूप मिल रहा है। मंदिर निर्माण को लेकर जहां लोगों में अपार खुशी है वहीं उत्सव जैसा भी माहौल है। कार सेवक इस शुभ घड़ी का तीन दशक से इंतजार कर रहे हैं। उनके लिए यह किसी सपने से कम नहीं है।

राम के मंदिर के निर्माण को लेकर वर्षों से अपनी आस संजोये बैठे लोगों की दिलों में बसे भगवान राम के मंदिर का बुधवार को निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूमि पूजन में शामिल होंगे। मंदिर निर्माण को लेकर उन लोगों में बेहद अपार खुशी है जो लोग कार सेवा के जरिये अयोध्या पहुंचे। साथ ही जिन्होंने जेल भरो आंदोलनों में हिस्सा लेकर कई माह जेलों में गुजारे। उनको यह किसी सपने से कम नहीं लग रहा है। सभी मंदिर निर्माण को पर्व जैसा महसूस कर रहे हैं। कोरोना काल में मंदिर निर्माण में न पहुंच पाने से मन व्यथित जरूर है लेकिन उल्लास से दिल गदगद है।

मेरे पति ने सैकड़ों लोगों को जेल भरो आंदोलन के लिए प्रेरित किया। अयोध्या जाने के दौरान उनको अक्टूबर महीने में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। छोटे बच्चों को पूरे परिवार ने बहुत सहजता से संभाला। सास ससुर की देखरेख में बच्चों का पालन पोषण हुआ। इतने लंबे इंतजार के बाद आस्था का प्रतीक हमें मिलने वाला है। मेरे जैसी करोड़ों महिलाओं की तपस्या सफल होगी। इसकी मुझे बहुत खुशी है। मैं अपने जीवनकाल में यह दिन देख पाऊंगी। इसका मुझे बहुत गर्व है।

इंदू गुप्ता

माता -पिता से अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के बारे में पता चला। यह बहुत गर्व की बात है कि भगवान राम का मंदिर बेहद भव्य बनने जा रहा है।मंदिर निर्माण को लेकर सभी खुशी महसूस कर रहे हैं।

मयंक मिश्र

स्वजनों से भगवान राम के मंदिर के बारे में सुना है। अभी तक वहां दर्शन करने के लिए नहीं जा पाया हूं। मंदिर निर्माण के बाद परिवार समेत राम के दरबार के दर्शन करने जरूर जाऊंगा।

विवेक कुमार

भगवान राम के बारे में पूवर्जों से ही सुनता चला आ रहा है। मन में उनके धाम की झलक पाने को बेहद इच्छा है। मंदिर निर्माण की बात से मन बेहद प्रसन्न है। मंदिर की अलौकिक छवि मन में बसी हुई है।

प्रशांत कुमार

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