चीनी मिल बंद रहने पर किसानों ने जीएम को घेरा
सोमवार को पूरनपुर सहकारी चीनी मिल फिर तकनीकी खराबी से बंद हो गई। इससे आक्रोशित किसानों ने जीएम का घेराव किया।
पूरनपुर (पीलीभीत) : सोमवार को सहकारी चीनी मिल फिर तकनीकी खराबी से बंद हो गई। इससे आक्रोशित किसानों ने प्रधान प्रबंधक और चीफ इंजीनियर को घेर लिया। किसानों ने दोनों अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। आक्रोश बढ़ता देख किसानों को बमुश्किल शांत किया जा सका। मरम्मत के बाद चीनी मिल का पहिया घूम सका।
चीनी मिल का हाल दिन प्रतिदिन खराब होता चला जा रहा है। मिल को जिस क्षमता से पेराई करनी चाहिए उस क्षमता से पेराई नहीं हो पा रही है। बार बार तकनीकी फाल्ट आने से किसानों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो रही है। एक सप्ताह के अंदर चीनीमिल कई बार तकनीकी खराबी से घंटों बंद चुकी है। किसानों का आरोप है कि चीनीमिल मरम्मत के अभाव से पूरी क्षमता से नहीं चल पा रही है। इसके साथ ही मरम्मत में खेल कर देने से किसानों की यह दुर्दशा हो रही है। क्षेत्र में अभी कई लाख क्विटल गन्ना खेतों में खड़ा है। लगातार चीनी मिल बंद होने और बार बार फाल्ट आने से गन्ने की पेराई कैसे हो सकेगी। इस समस्या को लेकर किसानों की नींद उड़ी हुई है। सोमवार को सुबह नौ बजे चीनी मिल तकनीकी खराबी से बंद हो गई। इससे किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने जीएम और चीफ इंजीनियर का घेराव करते हुए उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। किसानों ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया। चीनीमिल बंद होने से मिल यार्ड और सड़क किनारे बड़ी संख्या में वाहनों की लाइन लग गई। देर शाम तक जाम चीनी मिल से नहीं टूट सका। किसानों ने शीघ्र ही अन्य चीनी मिलों को बड़े सेंटरों का डायवर्जन कराने की मांग की है।