कोरोना ने बदला खानपान

कोरोना के कारण अब अधिकतर लोग नाश्ते से लेकर डिनर घर कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 11:13 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 11:13 PM (IST)
कोरोना ने बदला खानपान
कोरोना ने बदला खानपान

जागरण संवाददाता, नोएडा : लोगों की खराब सेहत का सबसे बड़ा कारण उनका खानपान होता है, लेकिन कोरोना आया कि खानपान सुधर गया। अब लोग नाश्ते से लेकर डिनर तक घर पर ही कर रहे हैं। गृहणियों का कहना है कि रेस्तरां, मिष्ठान दुकानें खुली हैं और ऑनलाइन फूड डिलीवरी हो रही है, लेकिन फिर भी वह पहले के मुकाबले घर पर ज्यादा खाना पकाती हैं। उधर बाजार में डिमांड से ज्यादा खाद्य पदार्थो की आपूर्ति हो रही है।

ग्राहकों का विश्वास जीतना चुनौती

महामारी में दुकानदारों को ग्राहकों का विश्वास जीतना बड़ी चुनौती है। ऐसे में दुकान में साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कराना अनिवार्य है। लोग बाजार में दो गज दूरी के साथ सामान की खरीदारी और चेहरे को अंगोछा, मास्क इत्यादि से ढककर ही बाहर निकलते हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने दो करोड़ का लगाया जुर्माना

महामारी से पहले और महामारी के बाद जिला खाद्य सुरक्षा विभाग ने जिले में अभियान चलाकर जगह-जगह छापेमारी की। इस दौरान 205 केस ऐसे सामने आए, जहां दुकानदार मानकों पर खरे नहीं उतर सके। इनमें 56 दुकानदारों के खिलाफ विभाग ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया, जबकि दो करोड़ 15 लाख रुपये जुर्माना लगाया। यह आंकड़ा एक अप्रैल से 31 मार्च तक का है। बताया गया कि लॉकडाउन के बाद खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में बेहद सुधार हुआ है। घर पर खाना खाने के यह फायदे आए सामने

-हृदय, मधुमेह, रक्तचाप, मोटापे जैसी बीमारियों में कर्मी होगी

-खाना पकाते समय रखा जा सकता है पोषक तत्वों का ध्यान

-चीनी, नमक, मसाला सेहत के अनुसार कर सकते हैं इस्तेमाल सिरका व खाने का सोड़ा सबसे बेहतर

खाद्य पदार्थों को संक्रमण मुक्त करने के लिए सिरका व खाने का सोड़ा सबसे बेहतर है। बाजार से खरीदे गए पैक्ड आइटम व खुली हुई फल-सब्जियों को आधा घंटे तक गर्म पानी में एक चम्मच सिरका व खाने का सोड़ा डालकर रखे। आधा घंटे बाद सामान को पानी से निकाल ले और साफ पानी में धोने के बाद ही इस्तेमाल में लाएं। इसके अलावा नमक के पानी से भी खाद्य पदार्थों को संक्रमण मुक्त किया जा सकता है। पहले फल व सब्जियों को सामान्य तरीके से धोते थे, इस पर ज्यादा ध्यान भी नहीं रहता था। कई बार बच्चे बाजार से आते ही फल पॉलीथिन से निकालकर खा भी लेते थे, लेकिन अब बाजार से जो भी सामान आता है उसे गर्म और नमक वाले पानी में घंटों तक डुबोकर रखते हैं।

सुनीता भाटी, गृहणी आज के समय में परिवार की सुरक्षा बड़ी जिम्मेदारी है। घर में खानपान की सभी जिम्मेदारी मेरी ही रहती है, इसलिए खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह साफ करने के बाद ही इस्तेमाल किया जाता है।

बिजेंद्री बैसला, गृहणी लोगों में खाद्य पदार्थों को इस्तेमाल करने में जागरूकता बढ़ी है। लोग पहले से ज्यादा सजग हो गए हैं। वहीं अब बाजार में भी मिलावटी खाद्य पदार्थों का नामोनिशान मिट गया है।

-संजय शर्मा, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी

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