लॉकडाउन के बीच कुछ लोगों ने जरूरतमंदों लोगों को बांटा खाना, पेश की मिसाल
शहर की सड़कों पर लॉकडाउन के बावजूद मजदूर सैकड़ों किमी का पैदल सफर कर घर लौटने लगे हैं।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। शहर की सड़कों पर लॉकडाउन के बावजूद मजदूर सैकड़ों किमी का पैदल सफर कर घर लौटने लगे हैं। पुलिस प्रशासन के साथ सामाजिक सरोकार निभाते हुए कुछ सामाजिक संगठन इन मजदूरों के अलावा शहर में निर्धन व फुटपाथ पर रहने वालों को खाने के पैकेट वितरित कर रहे हैं। शुक्रवार को शहर की सड़कों पर बड़ी संख्या में मजदूर गंतव्य की ओर जाते दिखे। हालांकि प्रशासन के पास शहर से पलायन कर रहे मजदूरों का कोई आंकड़ा नहीं है। सरकारी मशीनरी के साथ सामाजिक संगठन न केवल लोगों को पलायन करने से रोक रहे है, बल्कि आर्थिक मदद को भी आगे आए हैं।
नेफोवा ने निर्माणाधीन साइट पर वितरित की राहत सामग्री
ग्रेनो वेस्ट में नेफोवा के कार्यकर्ताओं ने निर्माणाधीन साइट पर पहुंचकर मजदूरों को खाद्य सामग्री वितरित की। सैनिटाइजर व मास्क का वितरण किया। नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि राहत सामग्री वितरण में संगठन के 25 से अधिक सदस्य साइट पर पहुंचकर गरीब व मजदूरों को खाना, आटा, दाल चावल समेत अन्य खाद्य पदार्थ सामग्री वितरित कर रहे हैं।
पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी आए आगे
शहर से पलायन कर रहे लोगों की मदद को प्रशासनिक अमला भी लगातार प्रयासरत है। शुक्रवार को एसडीएम जेवर गुंजा सिंह व डिप्टी कलक्टर अभय सिंह ने यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते पैदल जाने वाले लोगों को देर रात तक पानी व खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। बिसरख कोतवाली पुलिस ने गरीब व असहाय लोगों को राहत सामग्री वितरित की। नॉलेज पार्क में बीएनडी हॉस्टल का संचालन करने वाले कार्तिकेय ने लोगों को 200 पैकेट खाने का वितरण कराया।
भूख लगी तो पुलिस से लगाई गुहार
बीटा दो कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत भी पुलिस का मार्मिक दृश्य देखने को मिला। दरअसल लॉकडाउन के चलते निर्माण कार्य बंद हो जाने के बाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोग भुखमरी की कगार पर हैं।