सावधान! कोरोना टेस्ट के नाम पर जिंदगी से खेल रही गैर मान्य लैब

जांच में सामने आया था कि कर्मचारियों की जांच करने वाली प्राइवेट लैब आइसीएमआर से मान्य नहीं है। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने लैब को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 10:28 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 10:28 PM (IST)
सावधान! कोरोना टेस्ट के नाम पर जिंदगी से खेल रही गैर मान्य लैब
सावधान! कोरोना टेस्ट के नाम पर जिंदगी से खेल रही गैर मान्य लैब

नोएडा, जागरण संवाददाता। लोगों को कम पैसों का लालच देकर कोरोना टेस्ट के नाम पर गैर मान्य प्राइवेट लैब मासूम जिंदगियों से खिलवाड़ कर रही हैं। गुरुग्राम व दिल्ली की पांच अलग-अलग लैब से जिले के दस लोगों की कोरोना रिपोर्ट क्रॉस चेक में फेल हो चुकी हैं। लैब ने इन्हें कोरोना संक्रमित बताया गया था, जबकि सरकारी लैब की जांच में ये नेगेटिव निकले। उधर, विभागीय अधिकारी भी गैर मान्य लैब के खिलाफ कार्रवाई करने में बेबस है। सिर्फ नोटिस जारी कर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर रहा है। खास बात यह है कि गुरुग्राम की लैब ने 13 दिन पहले जारी किए गए स्वास्थ्य विभाग के नोटिस का अबतक जबाव नहीं दिया। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने लैब को रिमाइंडर भेजा है।

प्राइवेट लैब के जांच कराने वाले 10 पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट क्रॉस चेक में हुई फेल स्वास्थ्य विभाग लैब पर कार्रवाई करने में बेबस, नोटिस भेजकर पूरी कर रहा जिम्मेदारी

विगत 18 मई को ग्रेटर नोएडा की वीवो कंपनी के दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले थे, इनकी गुरुग्राम की प्राइवेट लैब से जांच हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने शक होने पर इन्हें भर्ती कर दोबारा जांच के लिए सैंपल एनआइबी भेजा। लेकिन, रिपोर्ट क्रॉस चेक में फेल हो गई। इसके बाद में वीवो कंपनी के पदाधिकारियों ने भी उनके यहां कोई कोरोना मरीज न होने का हवाला दिया था।

जांच में सामने आया था कि कर्मचारियों की जांच करने वाली प्राइवेट लैब आइसीएमआर से मान्य नहीं है। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने लैब को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। लेकिन, वहां से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद शुक्रवार को एक साथ 8 लोगों की कोरोना रिपोर्ट क्रॉस चेक में फेल हो गई। इनकी जांच दिल्ली की पांच अलग-अलग प्राइवेट लैब से की गई है। स्वास्थ्य विभाग यह स्पष्ट करने का प्रयास कर रहा है कि दिल्ली की पांचों लैब आइसीएमआर से मान्य है या नहीं। सीएमओ ने इन लैब को भी नोटिस जारी किया है। साथ ही संबंधित सीएमओ से भी संपर्क किया गया है।

कंपनी के तीन कर्मचारी मिले संक्रमित

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार ग्रेटर नोएडा की एक वाहन कंपनी में तीन कर्मचारी संक्रमित मिले हैं, कंपनी पदाधिकारियों ने 30 कर्मचारियों की रैंडम जांच कराई थी। शनिवार को कंपनी के पदाधिकारियों ने मामले की जानकारी सीएमओ कार्यालय पहुंचकर दी। हालांकि अभी तक विभागीय स्तर पर मरीजों को आंकड़ों में नहीं जोड़ा गया है। इनकी जांच दिल्ली की प्राइवेट लैब से हुई है। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है कि कंपनी ने किस आधार पर मरीजों की जांच कराई थी। इनका रिटेस्ट भी कराया जाएगा। ताकि अन्य लोग भ्रमित न हो।

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