कोई रास्ता बंद होता दिखे तो उसका विकल्प तलाशें : सीएमओ

सेक्टर-61 स्थित शॉप्रिक्स मॉल में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग व सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) की ओर से मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 10:42 PM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 06:22 AM (IST)
कोई रास्ता बंद होता दिखे तो उसका विकल्प तलाशें : सीएमओ
कोई रास्ता बंद होता दिखे तो उसका विकल्प तलाशें : सीएमओ

जागरण संवाददाता, नोएडा:

सेक्टर-61 स्थित शॉप्रिक्स मॉल में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग व सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) की ओर से लोगों को मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि रास्ते कभी बंद नहीं होते और हर आदमी को सब कुछ मिलना संभव नहीं है। इसलिए यदि कोई रास्ता बंद होता दिखे तो उसका विकल्प तलाशें। मानसिक परेशानी होने पर विभाग में संपर्क करें। मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. भारत भूषण ने बताया मानसिक तनाव हर स्तर पर देखा जाता है। इसीलिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की जरूरत महसूस की गई। मानसिक विकार भी अन्य विकारों की ही तरह हैं और इनका उपचार भी है। जिले में जल्द ही एक हेल्पलाइन जारी की जाएगी और एक मनकक्ष स्थापित किया जाएगा। वहीं, सीफार की आरती धर ने पीपीटी (पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन) के माध्यम से समझाने का प्रयास किया। आत्महत्या की खबरें कवर करने के लिए डब्लूएचओ और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन की जानकारी दी गई। इस मौके पर साइकेट्रिस्ट डॉ. सुनील अवाना, डॉ. तनुजा गुप्ता एसीएमओ डॉ. वीबी ढाका, डॉ. नेपाल सिंह, डॉ. शिरीष जैन, डा. अर्चना सक्सेना व डॉ. शशि आर्या मौजूद रहीं।

chat bot
आपका साथी