इलेक्ट्रिक वाहनों के बाद अब बायो डीजल से मिलेगी प्रदूषण से निजात

पर्यावरण से प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से एक तरफ जहां इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है वहीं वाहनों में क्रूड ऑयल की बजाय बायो फ्यूल के प्रयोग को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार मिलकर संयुक्त प्रयास कर रही है। प्रदेश में बायो फ्यूल के लिए पॉलिसी तैयार की जा रही है। इसके तहत यहा करीब 200 प्लांट लगाए जाएंगे। ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि फ्यूल प्लांट से सीधे औद्योगिक इकाईयों तक पहुंचे और पंपो पर आसानी से उपलब्ध हो सके। भविष्य में बायो डीजल के जरिए ही वाहनों की आवाजाही भी की जाएगी। इस मामले को लेकर शनिवार को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पेट्रोलियम मत्रालय की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जहां पर बायो डीजल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से अपनी तैयारियों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Aug 2019 10:44 PM (IST) Updated:Fri, 09 Aug 2019 10:44 PM (IST)
इलेक्ट्रिक वाहनों के बाद अब बायो डीजल से मिलेगी प्रदूषण से निजात
इलेक्ट्रिक वाहनों के बाद अब बायो डीजल से मिलेगी प्रदूषण से निजात

कुंदन तिवारी, नोएडा :

पर्यावरण से प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से एक तरफ जहां इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। वहीं वाहनों में क्रूड ऑयल की बजाय बायो फ्यूल के प्रयोग को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार मिलकर संयुक्त प्रयास कर रही है। प्रदेश में बायो फ्यूल के लिए पॉलिसी तैयार की जा रही है। इसके तहत यहा करीब 200 प्लांट लगाए जाएंगे। ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि फ्यूल प्लांट से सीधे औद्योगिक इकाइयों तक पहुंचे और पंपों पर आसानी से उपलब्ध हो सके। भविष्य में बायो डीजल के जरिये ही वाहनों की आवाजाही भी की जाएगी। इस मामले को लेकर शनिवार को दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यहां पर बायो डीजल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप चतुर्वेदी की ओर से अपनी तैयारियों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की जाएगी।

दरअसल, वेजिटेबल ऑयल से बनने वाला बायो फ्यूल भविष्य में वाहनों की लाइफ लाइन बनेगा। ऐसा ऑटो एक्सपर्ट कह रहे हैं। बायो डीजल के प्रयोग से जहां पर्यावरण को प्रदूषण से निजात मिलती हैं, वहीं वाहनों को भी कई फायदे मिलते हैं। बायो फ्यूल के विशेषज्ञ ने बताया कि इसके प्रयोग से 15 फीसदी तक माइलेज बढ़ जाता है, जबकि इंजन की की आयु बढ़ जाती है।

मौजूदा समय में प्रचलित बीएस 4 वाहनों में पेट्रोल, डीजल का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं, बायो फ्यूल की गुणवत्ता इतनी बेहतर है कि बीएस 6 वाहनों में इसका बेधड़क प्रयोग किया जा सकता है। हालांकि बायो फ्यूल को लेकर प्रदेश में अभी एक पालिसी बनाने पर कार्य किया जा रहा है। इसके बनने के बाद बायो फ्यूल के लिए यहा प्लांट लगाए जाएंगे। बता दें प्रदेश में नोएडा पहला ऐसा शहर है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसके लिए कंपनी से एमओयू तक साइन हो चुके है। संभावनाएं है कि प्रदेश में पॉलिसी निर्माण के साथ औद्योगिक नगरी नोएडा में इसका प्लांट लगाया जाए साथ ही बायो फ्यूल का प्रयोग यहा किया जाए। दरअसल वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सीपीसीबी के निर्देश पर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पहले ही शहर की औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी कर पीएनजी से संचालित करने के निर्देश दे दिए है। ऐसे में बायो फ्यूल उनकी इस कमी को पूर्ण करने में कारगर होगा।

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भविष्य में घटेगी बायो फ्यूल की कीमत

भारत में बायो फ्यूल की कीमत व क्रूड आयल की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं है। इसके अलावा सिगापुर में उत्पादन व वहीं से आयात होने की वजह से भी बायो फ्यूल की कीमत औसतन अधिक है, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से जल्द ही बायो फ्यूल पर पॉलिसी प्लांट बनाने के बाद यहां बायो फ्यूल का प्रयोग बढ़ेगा और इसके दामों में तेजी से गिरावट होगी।

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जिस प्रकार की तकनीकी के इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे मौजूदा समय में वाहनों में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं करना होगा। बायो डीजल से ही वाहनों का संचालन होगा। प्रदूषण का स्तर भी इससे कम होगा।

-पीयूष कुमार द्विवेदी, प्रदेश अध्यक्ष (यूपी-उत्तराखंड), बायो डीजल एसोसिएशन ऑफ इंडिया

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