प्रैक्टिकल का अंक नहीं देने वाले कॉलेजों का प्रवेश होगा रद
जागरण संवाददाता, नोएडा : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) प्रायोगिक व मौखिक परीक्षा का अंक
जागरण संवाददाता, नोएडा :
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) प्रायोगिक व मौखिक परीक्षा का अंक नहीं देने वाले कॉलेजों पर शिकंजा कसने जा रहा है। विवि ने कॉलेजों को कड़ी फटकार लगाई है और दो दिनों के अंदर अंक देने को कहा है। विवि ने कहा है कि अंक नहीं देने वाले कॉलेजों में इस सत्र में प्रवेश नहीं होंगे। जिन कॉलेजों में प्रवेश हो भी चुके हैं, उन्हें रद किया जा सकता है।
दरअसल, नोएडा-ग्रेटर नोएडा समेत मेरठ-सहारनपुर मंडल के कई कॉलेजों ने अभी तक विश्वविद्यालय को प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षा का अंक ही नहीं सौंपा है। जबकि लिखित परीक्षा समाप्त हुए काफी दिन हो गए हैं और विवि ने लिखित परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी लगभग पूरा कर लिया है। पर कॉलेजों की लापरवाही विवि पर भारी पड़ रही है। बिना प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षा के अंकों के परीक्षा परिणाम जारी करना संभव नहीं है। क्योंकि इन अंकों को लिखित परीक्षा के अंक में जोड़ने के बाद ही परीक्षा परिणाम जारी किया जाता है। ऐसे में कुछ कॉलेजों की लापरवाही से सारे कॉलेजों का परीक्षा परिणाम फंसा है।
दो बार बीत चुकी है समय-सीमा :
जिन कॉलेजों ने तय समय-सीमा के अंदर प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षा का अंक सीसीएसयू को नहीं दिया था, विवि उन्हें दो बार अतिरिक्त समय भी दे चुका है। इसके लिए बाकायदा अधिसूचना भी जारी हुई है। इसके बावजूद कॉलेजों ने विवि को अंक भेजने की जहमत नहीं उठाई।
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परीक्षा परिणाम रोकने की चेतावनी का नहीं पड़ा असर :
प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षा का अंक नहीं देने वाले कॉलेजों को पहले भी सीसीएसयू ने उनका परिणाम रोकने की चेतावनी दी थी। विवि ने कहा था कि जिन कॉलेजों ने अंक नहीं दिया है उनका परिणाम रोक दिया जाएगा। अन्य कॉलेजों का परिणाम जारी कर दिया जाएगा। विवि की इस चेतावनी का भी कॉलेजों पर असर नहीं पड़ा। जिसके बाद प्रवेश पर रोक लगाने का कड़ा निर्णय लिया गया है।
इन कोर्स का नहीं मिला अंक :
- एमए, एमएससी, एमएससी (कृषि) (द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर)
- बीबीए, बीसीए (छठवां सेमेस्टर)
काफी कॉलेजों ने समय सीमा बीतने व दो बार अतिरिक्त समय देने के बावजूद प्रयोगात्मक व मौखिक परीक्षा का अंक विवि को नहीं सौंपा है। यह आपत्तिजनक है। कॉलेजों को दो दिन का समय दिया गया है। उसके बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. प्रशांत कुमार, सहायक प्रवक्ता, सीसीएसयू
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