शिक्षिका ने उठाया वाट्सएप के जरिए बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा
भोपा क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय कासमपुरा की प्रधान शिक्षिका डॉ. सोनिया ने लॉकडाउन के दौरान अपने विद्यालय के बच्चों का मोबाइल पर वाट्सएप पर ग्रुप बनाकर उनको ऑनलाइन पढ़ाने की बीड़ा उठाया है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। भोपा क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय कासमपुरा की प्रधान शिक्षिका डॉ. सोनिया ने लॉकडाउन के दौरान अपने विद्यालय के बच्चों का मोबाइल पर वाट्सएप पर ग्रुप बनाकर उनको ऑनलाइन पढ़ाने की बीड़ा उठाया है। प्रतिदिन दो घंटे वह बच्चों को वीडियो व चित्र पोस्ट करने के माध्यम से पढ़ाती हैं तथा उनके प्रश्नों के उत्तर देती हैं।
कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लॉकडाउन किया गया है और सभी को घरों में रहने की हिदायत दी गई है। इस दौरान शहरों मे पब्लिक स्कूल के शिक्षकों द्वारा बच्चों को ग्रुप बनाकर उनको ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। वहीं, प्राथमिक विद्यालय कासमपुरा की प्रधान शिक्षिका डॉ. सोनिया ने भी अपने स्कूल के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने की बीड़ा उठाया है और वह बीते दो अप्रैल से मोबाइल के जरिए वाट्सएप पर चित्रों और वीडियो के माध्यम से बच्चों को पढ़ा रही हैं। सोनिया बताती हैं कि उन्होंने स्कूल के 30 बच्चों का एक ग्रुप बनाया है और वह रोजाना सुबह 10 बजे से 12 बजे तक दो घंटे बच्चों को पढ़ाती हैं। घर में उसने बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्लैक बोर्ड लगाया है जिस पर वह बच्चों को कोरोना से बचने के लिए मीना का संदेश, चित्रकला, क्राफ्ट, वर्णमाला, सामान्य ज्ञान, गणित, राज्यों के नाम आदि पढ़ाती हैं। उसके पति अधिवक्ता सुधांशू सिंह बोर्ड पर काम करते हुए होमवर्क चित्रों आदि की वीडियो बनाने में सहयोग करते हैं, जिसे वह वाट्सएप पर पोस्ट करती हैं। जब बच्चों फोन आते है तो उन्हें जवाब देना बहुत अच्छा लगता है। सोनिया बताती हैं कि बच्चों के अभिभावक इस मुहिम में भरपूर सहयोग दे रहे हैं और दो घंटे तक अपना मोबाइल के साथ बच्चे के पास ही रहते हैं और उनका होमवर्क पूरा कराने में सहयोग करते हैं। बीईओ मोरना जितेंद्र कुमार, प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष ऋषिराज सिंह, ग्राम सुधार सेवा समिति के अध्यक्ष मा. ऋषिपाल सिंह आदि ने उनके कार्य की सराहना की है।