सम्भल में बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान, हमला करके बंदरों ने एक बालक को किया घायल
Terror of Monkeys in Sambhal असमोली विकासखंड के गांव में बंदरों का आतंक व्याप्त है। शिकायत करने के बावजूद भी वन विभाग के अधिकारी या कर्मचारी कोई कदम उठाने को तैयार नहीं है। बंदरों के आतंक से आए दिन मासूम व बड़े घायल हो रहे है।
सम्भल, जेएनएन। Terror of Monkeys in Sambhal : असमोली विकासखंड के गांव में बंदरों का आतंक व्याप्त है। शिकायत करने के बावजूद भी वन विभाग के अधिकारी या कर्मचारी कोई कदम उठाने को तैयार नहीं है। बंदरों के आतंक से आए दिन मासूम व बड़े घायल हो रहे है। विकासखंड क्षेत्र के भैंसोड़ा गांव में बुधवार को गांव निवासी जसवीर का तीन वर्षीय बेटा युवराज आस पास के अन्य बच्चों के साथ अपनी छत पर खेल रहा था।
स्वजन ने बताया कि बच्चों के खेलते समय अचानक बंदरों का झुंड वहां पर आ गया और उसमें शामिल बंदरों ने बच्चों पर हमला कर दिया। जहां बंदरों द्वारा हमला किए जाने पर खेल रहे अन्य बच्चे मौका मिलते ही वहां से भाग गए, लेकिन युवराज वहां से भाग नहीं सका, जिसपर बंदरों ने हमला कर उसे काट कर बुरी तरह से घायल कर दिया। मासूम की चीख पुकार सुनकर जब तक स्वजन छत पर पहुंचे, तब तक बंदरों ने बुरी तरह से युवराज को काट लिया था। आनन फानन में स्वजन उसे घायलावस्था में उपचार के लिए निजी चिकित्सक के यहां लेकर गए।
ग्रामीणों ने बताया कि बंदरों की तादाद और आतंक इतना ज्यादा है कि रास्ते में ग्रामीणों का निकलना तक मुश्किल हो गया है। महिलाएं घर के खुले में खाना बनाने से भी डर रही है। जब तक कोई व्यक्ति खड़ा नहीं होता है। बंदरों का आतंक इस कदर व्याप्त है, कि ग्रामीणों के गांव किनारे के खेत की फसलों को भी उजाड़ रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार वन विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई है, लेकिन वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।