CBI raid in Moradabad : टीम ने 11 घंटे तक खंगाला बैंक, ठेका देने को बैंक के जीएम ने मांगी थी रिश्वत

CBI raid in Moradabad प्रथमा बैंक की 200 शाखाओं में एनपीए लोन की रिकवरी के लिए था टेंडर। दूसरी कंपनी का ठेका मिलने पर भी दिलाने के एवज में मांगी थी पांच लाख की रिश्वत।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 17 Aug 2020 09:11 AM (IST) Updated:Mon, 17 Aug 2020 09:11 AM (IST)
CBI raid in Moradabad : टीम ने 11 घंटे तक खंगाला बैंक, ठेका देने को बैंक के जीएम ने मांगी थी रिश्वत
CBI raid in Moradabad : टीम ने 11 घंटे तक खंगाला बैंक, ठेका देने को बैंक के जीएम ने मांगी थी रिश्वत

मुरादाबाद। प्रथमा बैंक करीब 200 शाखाओं में एनपीए हुए लोन की रिकवरी के लिए टेंडर होना है। इसके लिए दो एजेंसी ने आवेदन किया था। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद की रिकवरी एजेंसी के बजाय दूसरी कंपनी को रुपये लेकर टेंडर देने की बात फाइनल हो गई थी। एजेंसी को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसने रुपये देकर टेंडर दिलाए जाने पर सहमति जता दी। वहीं सीबीआइ टीम ने रविवार की देर रात दो बजे तक तकरीबन 11 घंटे तक प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक को खंंगाला। बाद में सीबीआइ टीम उन्‍हें लेकर गाजियाबाद रवाना हो गई।  इस बारे में जीएम का कहना है कि उन्‍हें फंसाया जा रहा है। 

बताया जा रहा है कि पांच लाख रुपये 15 अगस्त को दे दिए गए थे पर बाद में और रुपये और सामान की मांग की गई। इसके बाद एजेंसी ने सीबीआइ से संपर्क किया। रविवार को एजेंसी के सह संचालक और सीबीआइ की टीम ने पूरा प्लान बनाकर रविकांत को उनके घर से रंगे हाथ पकड़ा।

घर से बरामद हुए पांच लाख रुपये और एलइडी

टेंडर प्रथमा बैंक की 200 शाखाओं के एनपीए की रिकवरी के लिए होना था। इसलिए मोटी रिश्वत लिए जाने की बात बताई जा रही है। सीबीआइ की टीम घर और प्रथमा बैंक मुख्यालय के अंदर है और कोई जानकारी नहीं दे रही है। सूत्रों के अनुसार करीब 20 से 25 अधिकारी कर्मचारी सीबीआई टीम में शामिल है। बताया जा रहा है 50 लाख रुपए की मांग की गई थी। सीबीआइ की टीम को केमिकल लगे 50 हजार रुपये तो पहले ही अपने कब्जे में ले लिए। इसके अलावा घर में रखे पांच लाख रुपये भी मिले हैं। जबकि रिकवरी एजेंसी संचालक की ओर से रविवार दोपहर में दिया गया एलईडी टीवी बरामद किया है।

ताला खोलने में जीएम ने की आना-कानी

रामगंगा विहार स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में सीबीआइ टीम जब डीएम रविकांत को लेकर आई तो वह अपने केबिन का ताला खोलने में आनाकानी करने लगा। सीबीआइ टीम ने बैंक के चेयरमैन को फोन किया तो बोला अरे सर निपट जाएगा। सीबीआइ की सख्ती के बाद जीएम ने ताला खोल दिया जिसकी जांच बारीकी से सीबीआइ टीम ने शुरू की बैंक से जुड़े सारे दस्तावेज सीबीआइ रात 8:00 बजे तक खंगालती रही। 

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