युवा पीढ़ी को अच्छे-बुरे का भान, सरकार वही जो बढ़ाए देश का मान

समाज में हर व्यक्ति की सोच और मानसिकता विचार और उनका अनुभव अलग-अलग होता है। सभी अपने-अपने नजरिए से चुनाव को देखते हैं। आज की युवा पीढ़ी काफी समझदार है और उसे अच्छे-बुरे का भान है। इसलिए युवाओं की सोच है कि वही सरकार बनाई जाए जो देश का मान-सम्मान बढ़ाने का काम करे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 May 2019 08:24 PM (IST) Updated:Sun, 05 May 2019 09:16 PM (IST)
युवा पीढ़ी को अच्छे-बुरे का भान, सरकार वही जो बढ़ाए देश का मान
युवा पीढ़ी को अच्छे-बुरे का भान, सरकार वही जो बढ़ाए देश का मान

जागरण संवाददाता, कछवां (मीरजापुर) : समाज में हर व्यक्ति की सोच और मानसिकता विचार और उनका अनुभव अलग-अलग होता है। सभी अपने-अपने नजरिए से चुनाव को देखते हैं। आज की युवा पीढ़ी काफी समझदार है और उसे अच्छे-बुरे का भान है। इसलिए युवाओं की सोच है कि वही सरकार बनाई जाए जो देश का मान-सम्मान बढ़ाने का काम करे।

आज फिर लोकतंत्र के महापर्व का बिगुल बज चुका है और हर कोई अपनी बात कहना चाहता है। बस तलाश होती है तो सही समय और मौके की। इसी तरह जब दैनिक जागरण का चुनावी चौपाल लगा तो वहां पर खुलकर अपनी बातों को कहने का मौका मिला। बाबा डेकोरेटर पर लगी चौपाल में क्षेत्र के विकास पर पुरजोर प्रकाश डालते हुए नंदलाल चाय की अड़ी की चौकी पर बैठकर घंटों बतकही का दौर चला। लोगों ने अपने विचारों में एक मजबूत और सशक्त सरकार बनाने की बात कही। राजकीय महाविद्यालय की दरकार से लेकर सिचाई विभाग के खराब नलकूप और नालियों की नजरअंदाजी का शासन को आड़े हाथों लिया। बंद हो चुके क्षेत्र के कृषि यंत्र कारखानों पर चर्चा हुई तो साड़ी उद्योग को भी संजीवनी देने की बात उठी। लोगों ने कहा कि जाति-धर्म को राजनीतिक पार्टियां बांधती चली आ रही हैं। इन दकियानूसी जंजाल को खत्म होना ही समाज और देश के हित में सर्वोपरि फैसला है। समाज के कु़छ ठेकेदार जनमानस को आज भी गुमराह करके अपनी राजनितिक रोटी सेंकते हैं। सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत के मूल को बिगाड़ने की नापाक इरादे को हमेशा ही पराजय का मुंह देखने को मिला है। बिजली-पानी व सड़क का मुद्दा

गांवों में आज भी सफाई-व्यवस्था का कोई मतलब नहीं है। सभी ने मूलभूत सुविधाओं वाली सरकार बनाने पर जोर दिया। लोग बोले कि पार्टी कोई भी हो लेकिन प्रत्याशी अच्छा होना चाहिए जो विकास को महत्व दे। लोगों को बरगलाकर और खिलाकर वोट लेने के दिन अब लद चुके हैं। मतदाता जागरूक हो रहे हैं। युवा पीढ़ी ही देश के भविष्य है और अब इन्हें अच्छे और गलत का ज्ञान हो चुका है। बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ और सुरक्षा देश में प्राथमिकता के आधार पर होना निहायत ही जरूरी है।

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लोग बोले

जनता की सुविधाओं को देखते हुए सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता के आधार पर किसानों की समस्या का निराकरण होना चाहिए ताकि किसान मजबूत हो सके।

- प्रेमशंकर, कछवां

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रोजगार के लिए विकासपरक योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचना चाहिए जिससे लोग खुशहाली के साथ जीवन व्यतीत कर पाए।

- नागेंद्र प्रसाद, कछवां

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जाति-धर्म मजहब से ऊपर उठकर भेदभाव को भूलकर हर क्षेत्र का विकास करने वाली सरकार चुनी जाएगी। जिससे हमारा राष्ट्र निरंतर मजबूत होता रहे।

- जावेद आलम, कछवां बाजार

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खेतों में सिचाई के लिए बनी नालियां ध्वस्त हो गई हैं। जिससे नलकूप का पानी खेतों तक नहीं पहुंच पाता। नई नालियों का निर्माण होना चाहिए।

- धर्मेंद्र यादव, कछवां

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औद्योगिक कारखाने का निर्माण हो ताकी परदेश न जाकर घर परिवार के पास रहकर रोजगार प्राप्त हो सके। भूखमरी की समस्या से निजात मिल सके।

- महबूब, कछवां

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कछवां में कूड़े के ढेर के निस्तारण के लिए जगह आज तक नहीं हो पाया। जहां तहां कूड़ा फेंका जाता है जिससे संक्रमण रोग फैलने का खतरा बन गया है।

- गुड्डू मंसूरी

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सिचाई की व्यवस्था मझवां विकास खंड क्षेत्र में ध्वस्त है। उदासीनता के कारण नलकूप अक्सर खराब रहते है। खेतों में सिचाई के पानी के लिए समुचित व्यवस्था हो।

- प्रदीप कुमार सिंह, बरैनी

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विकास को महत्व देने वाली सरकार होना चाहिए। जिसमें मूलभूत सुविधाओं में बिजली-पानी, शिक्षा, स्वास्थ की व्यवस्था जन-जन तक आसानी से पहुंच सके

- नागेंद्र सिंह, बजहां

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गांवों में आज भी सफाई-व्यवस्था ध्वस्त है। सफाईकर्मी महज ब्लाक के अधिकारियों की जी हूजूरी कर फाइलों में हाजिरी भरकर मौज कर रहे हैं। सफाई व्यवस्था अभियान हकीकत में मूर्त रूप नहीं ले पा रहा।

- राजेश कुमार सिंह, बरैनी

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क्षेत्र को आज भी राजकीय महाविद्यालय की दरकार है। महज जनप्रतिनिधियों से आज तक आश्वासन ही क्षेत्र की जनता को मिल रहा है जो जनहित में कही से भी अच्छा नहीं है।

क्षेत्र को आज भी राजकीय महाविद्यालय की दरकार है। महज जनप्रतिनिधियों से आज तक आश्वासन ही क्षेत्र की जनता को मिल रहा है जो जनहित में अच्छा नहीं है।

-रमाशंकर सिंह, कछवां डीह

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स्थानीय मुद्दे

- राजकीय कन्या महाविद्यालय का निर्माण हो

- कूड़े-कचरे के निस्तारण की समुचित व्यवस्था हो

- ओद्योगिक क्षेत्र के बढ़ावा के लिए कल कारखाने खोले जाएं

- किसानों के लिए मंडी का निर्माण हो

- स्वास्थ सुविधा बेहतर बनाने के लिए हाईटेक पैथालॉजी व अस्पताल की व्यवस्था

राष्ट्रीय मुद्दे

- शिक्षा को निचले स्तर से सु²ढ़ करने का काम हो

- बेरोजगारी दूर करने के लिए नौकरी की व्यवस्था हो

- प्रदूषण को दूर करने के लिए मानक के अनुसार वाहन चलें

- विदेशी निवेश को बढ़ावा दें ताकि रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके

मतदाताओं से अपील

- मतदान में बढ़कर हिस्सा लें और एक मजबूत सरकार बनाएं

- लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपना अमूल्य योगदान दें

- हर किसी मतदाता को मतदान करने के लिए प्रेरित करें

- मतदान के दिन वोट जरुर दें

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