सरकारी दावा फ्री का टिकट पुलिस ने वसूले 800 रुपये
सूरत से मीरजापुर को रविवार को चौथी श्रमिक स्पेशल ट्रेन हजारों प्रवासी श्रमिकों को लेकर पहुंची। इसमें सवार श्रमिकों में एक तरफ खुशी थी तो दूसरी तरफ नाराजगी थी। आरोप लगाते हुए बताया कि सरकारी दावा है कि फ्री में प्रवासियों को उनके गृह जनपद पहुंचाया जाएगा लेकिन सूरत रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिस ने जबरन आठ-आठ सौ रुपये प्रति प्रवासी वसूला न देने पर कतार से बाहर कर दे रही थी। जबकि टिकट पर प्रिट है 605 रुपये है इसके बाद भी जबरन वसूला गया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सूरत से मीरजापुर को रविवार को चौथी श्रमिक स्पेशल ट्रेन हजारों प्रवासी श्रमिकों को लेकर पहुंची। इसमें सवार श्रमिकों में एक तरफ खुशी थी तो दूसरी तरफ नाराजगी थी। आरोप लगाते हुए बताया कि सरकारी दावा है कि फ्री में प्रवासियों को उनके गृह जनपद पहुंचाया जाएगा लेकिन सूरत रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिस ने जबरन आठ-आठ सौ रुपये प्रति प्रवासी वसूला, न देने पर कतार से बाहर कर दे रही थी। जबकि टिकट पर प्रिट है 605 रुपये था।
सूरत से मीरजापुर श्रमिक स्पेशल (09069) ट्रेन मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर दोपहर सवा बारह बजे के लगभग स्टेशन पर पहुंची। इस दौरान सबसे पहले जौनपुर के प्रवासियों को ट्रेन से बाहर निकाला गया। थर्मल स्कैनिग के बाद सभी को कतारबद्ध कर गृह जनपद भेजने के लिए बस में बैठाया गया। जहां जौनपुर के रामपुर निवासी अनिल, आबिद, अजय कुमार, अर्जुन आदि प्रवासियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि शनिवार की सुबह जब स्टेशन पर बस से लाया गया तो स्टेशन के बाहर पुलिसकर्मी टिकट दे रहे थे। इसके एवज में प्रति व्यक्ति आठ-आठ सौ रुपये मांगा गया और मजबूरन देना पड़ा अगर नहीं देते तो ट्रेन के अंदर जाने से वंचित हो जाते। ऐसे में किसी तरह घर पहुंचना था तो देना पड़ा। वाराणसी जनपद के रामकिशन ने आरोप लगाते हुए बताया कि अपनी भाभी और भाई के साथ जब सूरत रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो हमलोगों से कुल 24 सौ रुपये मांगा गया और विवश होकर दिया गया। बताया कि हम लोगों को जानकारी मिली कि फ्री में ले जाया जा रहा है लेकिन क्या करे मरता क्या न करता ऐसे में देना पड़ा।