बेबसी: छोटे भाई के मौत के नौ दिन बाद बड़ा भाई भी चल बसा..बिखर गया परिवार
महामारी का कहर दो सगे भाइयों पर टूट पड़ा। सोमदत्त विहार निवासी 42 वर्षीय नितिन अग्रवाल का शनिवार को बाईपास स्थित अस्पताल में निधन हो गया। इससे पहले छह मई को उनके छोटे भाई की भी इस बीमारी से मौत हो गई थी।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना की इस लहर ने लोगों को कहीं का नहीं छोड़ा है। महामारी का कहर दो सगे भाइयों पर टूट पड़ा। सोमदत्त विहार निवासी 42 वर्षीय नितिन अग्रवाल का शनिवार को बाईपास स्थित अस्पताल में निधन हो गया। इससे पहले छह मई को उनके छोटे भाई की भी इस बीमारी से मौत हो गई थी। सूरजकुंड श्मशान घाट में बेटी रिया ने पिता को मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद स्वजन का दिल बैठ गया।
चचेरे भाई शरद सुधाकर ने वहां मौजूद परिवार की ओर इशारा कर बताया कि तीन बेटियां हैं, अब उनके सपने कौन पूरे करेगा। 12वीं की छात्र रिया उर्फ टिमटिम डाक्टर बनना चाहती है। रोते-बिलखते हुए रिया ने पीपीई किट पहनकर आर्य समाज के विधान से अंतिम संस्कार किया। उसकी छोटी बहनें प्रिया और आराध्या भी मौजूद थीं जिन्हें किसी तरह स्वजन ढांढस बंधाते रहे। स्वजन ने बताया कि यही नितिन एक पखवाड़े पहले अपने छोटे भाई 37 वर्षीय सचिन के लिए आक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम करने को कई-कई घंटे लाइन में लगे रहते थे। स्वजन ने नितिन के इलाज के लिए भी एड़ी-चोटी का जोर लगाया, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। मृतक के ताऊ अशोक सुधाकर ने बताया कि दोनों भाई पुस्तक डिजाइनिंग के व्यापार से जुड़े थे। हंसता-खेलता परिवार था जिस पर कोरोना का ग्रहण लग गया। सचिन के परिवार में एक बेटी और दो साल का एक बेटा है।