Coronavirus In Meerut: ...तो 40 फीसद से ज्यादा लोगों में बनी कोरोना की एंटीबाडी
मेरठ में मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग ने बताया कि वायरस सभी में बीमारी नहीं बना पा रहा लेकिन एंटीबाडी जरूर विकसित कर देता है। करीब ढाई माह पहले प्रदेश के 11 जिलों में सीरो सर्वे किया गया था।
मेरठ, जेएनएन। बीते नौ माह के दौरान 40 फीसद से ज्यादा लोगों में कोरोना वायरस पहुंच चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना को लेकर लोगों में हर्ड इम्युनिटी तेजी से बनी है। मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग ने बताया कि वायरस सभी में बीमारी नहीं बना पा रहा, लेकिन एंटीबाडी जरूर विकसित कर देता है। सांस एवं छाती रोग विशेषज्ञों की भी रिपोर्ट बताती है कि करीब आधी आबादी कोरोना के संपर्क में कहीं न कहीं आ चुकी है। शहर के कई डाक्टरों ने एंटीबाडी टेस्ट कराया, जिसमें वो पाजिटिव मिले, जबकि उन्हें कोरोना होने की जानकारी नहीं थी।
करीब ढाई माह पहले प्रदेश के 11 जिलों में सीरो सर्वे किया गया था। जिसका रिजल्ट हाल में शासन ने जारी किया, जिसमें 30 फीसद में एंटीबाडी बनने की बात कही गई। लेकिन किसी शहर का आंकड़ा जारी नहीं किया गया। डा. अमित गर्ग ने बताया कि मेरठ में कोरोना की तीन लहर आ चुकी है। हर दौर में वायरस की संक्रामकता अलग-अलग मिली है। लाकडाउन हटने एवं बाजारों में भीड़ बढ़ने से वायरस तेजी से फैला, लेकिन जितनी आशंका थी, उतना कहर नहीं ढा सका। सीरो सर्वे में लोगों के रक्त सैंपलों में एंटीबाडी चेक की गई।
मेडिकल कालेज के फिजिशियन डा. अरविंद कहते हैं कि मेडिकल कालेज में ढाई हजार से ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंच चुके। इनमें से कई परिवारों में दूसरों को कोरोना नहीं हुआ, कारण उनमें प्रतिरोधक क्षमता बन गई थी। मेरठ में भारी भीड़, घने मोहल्ले और बेतरतीब बसी बाजारों की वजह से हर्ड इम्युनिटी तेजी से आ रही है। संक्रामक रोग विशेषज्ञ डा. अवनीत राणा कहते हैं कि शरीर ने वायरस के मुताबिक खुद को ढालना शुरू कर दिया है। कोरोना की चौथी लहर रोकी जा सकती है।