बिदटोलिया में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर लगाई पाबंदी
तहसील क्षेत्र के बिदटोलिया में नदी की कटान से बर्बाद हो रहे ग
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : तहसील क्षेत्र के बिदटोलिया में नदी की कटान से बर्बाद हो रहे गांव को देखकर ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे दिया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के बाहर जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने का बोर्ड लगा दिया है। मंगलवार को इसकी सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और कटान को रोकने के लिए बोरी का पैचवर्क लगाना शुरू कर दिया।
क्षेत्र के विदटोलिया में सरयू नदी की तेज धारा से भूमि तेजी से नदी में विलीन होता देख भयभीत लोगों ने अपना मकान तोड़ना शुरू कर दिया था। कटान से बेघर दर्जनों परिवार प्राथमिक विद्यालय में शरण लिए हुए हैं। उधर सरयू नदी का पानी बीते 24 घंटे के दौरान स्थिर रहा। मंगलवार को हाहानाला रेगुलेटर पर जलस्तर 65.45 मीटर रिकार्ड किया गया। लगातार कटान होने व प्रशासनिक मदद नहीं मिलने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में नेताओं के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। इसको लेकर ग्रामीणों ने एक बोर्ड विद्युत खंभे पर टांग दिया है। इसकी जानकारी लगते ही भाजपा के भरत भैया संग मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी लालबाबू दूबे, क्षेत्राधिकारी अमित कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता विरेंद्र पासवान, एई, जेई प्रभारी निरीक्षक विमल प्रकाश राय ने तुरंत कटान रोकने की कवायद शुरू कराते हुए बोरी का पैचवर्क लगवाना शुरू कर दिया।
भाजपा के भरत ने बताया कि कटान रोकने के नाम पर सरकारी धन के बंदरबांट की जांच कराने के साथ ही स्थाई तौर पर कटान रोकने के लिए ठोकर निर्माण के लिए विभाग द्वारा प्राक्कलन तैयार कर शासन को भेज दिया गया है। जल्द ही धन अवमुक्त कराकर कटान रोकने का स्थाई समाधान किया जाएगा। इस दौरान कौशल चौहान, संजीव पाल, मुन्ना सिंह, धर्मपुर विशुनपुर प्रधान परशुराम चौहान उपस्थित थे।