चहुंओर लगे संत शिरोमणि रविदास के जयकारे, गूंजा वातावरण

महान समाज सुधारक, अनन्य भक्त, संत शिरोमणि रविदासजी की जयंती मंगलवार को जिले भरे अपार श्रद्धा और उल्लास के वातावरण में मनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 06:35 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 06:35 PM (IST)
चहुंओर लगे संत शिरोमणि रविदास के जयकारे, गूंजा वातावरण
चहुंओर लगे संत शिरोमणि रविदास के जयकारे, गूंजा वातावरण

जागरण संवाददाता, मऊ : महान समाज सुधारक, अनन्य भक्त, संत शिरोमणि रविदासजी की जयंती मंगलवार को जिले भरे अपार श्रद्धा और उल्लास के वातावरण में मनाई गई। अनुयायियों ने गांव-गांव से उनके जीवन प्रसंगों से संबंधित झांकियों की शोभायात्रा निकाली और जयकारे लगाए। दोपहर बाद जब हर ओर से शोभायात्राओं का जुलूस चला तो पूरा वातावरण संत प्रवर के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर जगह-जगह विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के भी आयोजन हुए। विभिन्न संगठनों, संस्थानों व सामाजिक सरोकारों से जुड़़े़ लोगों द्वारा संत रविदास जी के मंदिरों एवं सार्वजनिक स्थानों पर गोष्ठियां आयोजित की गईं। इसमे वक्ताओं ने उनके जीवन-दर्शन और भक्ति और धर्म से जुड़े उपदेशों पर विस्तृत चर्चा की।

नगर में माता पोखरा स्थित जेठमल पोखरा से संत रविदास की आर्कषक झांकी निकाली गई जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए संत रविदास मंदिर भीटी तक गई। शोभायात्रा में अन्य संत गुरुओं की भी आकर्षक झांकी सजाई गई। शोभायात्रा के पहले शीतला माता मंदिर के प्रांगण में सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर कहा गया कि रविदास जी ने समाज को उस समय रास्ता दिखाया जब लोग कुरीतियों में जकड़े हुए थे। हमें ऐसे संत जी के त्याग और बलिदान को नहीं भूलना चाहिए। नगर स्थित हकीकतपुर मुहल्ले में सुबह के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहां भी वक्ताओं ने कहा कि हमारे समाज में जन्मे विभिन्न संत गुरुओं द्वारा समाज को आगे बढ़ाने कार्य किया गया है इसमें रविदास जी का भी सर्व समाज के उत्थान के लिए काफी योगदान रहा।

बोझी प्रतिनिधि के अनुसार कस्बा के पूरब स्थित संत रविदास मंदिर पर मंगलवार को संत शिरोमणि की जयंती धूमधाम से मनाई गई। बसावनपुर, सरयां, पांडेय का पूरा, अकटहवा, जलालीपुर आदि गांवो से चलकर जुलूस जयकारा लगाते मंदिर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया। फूलचंद विशारद, डा. धर्मदेव प्रजापति, रामप्रसाद, जितेंद्र भारती, उदयभान, अच्छे, विकास, मनोज आदि थे।

पुराघाट प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के कोपाकोहना गांव स्थित संत रविदास मंदिर पर उनकी जयंती धूमधाम से मनाई गई। नवयुवक मंगल दल ने झांकी निकाल कर पूरे कस्बे का भ्रमण किया। प्रशासन भी चुस्त-दुरुस्त था। गांव के प्रधान बुधिराम, रामसरीख, महेंद्र कुमार, गोरखनाथ, सूरज, रजनीकांत, डा. राकेश चंद्रा आदि शामिल थे।

मुहम्मदाबाद गोहना व वलीदपुर प्रतिनिधि के अनुसार कस्बे व देहात क्षेत्रों में संत रविदासजी की जयंती अपार श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। माहपुर, देवरिया, मालव, जमुई, याकूबपुर, चकभतड़ी आदि गांवों से भव्य शोभायात्रा निकली। सभी जुलूस करहां बाजार में एकत्र होकर देर शाम को गुरादरी मठ पर पहुंचे। शोभायात्रा में बैंडबाजों की धार्मिक धुनों पर उत्साहित युवा नाचते-गाते साथ चल रहे थे। समाजसेवी लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता ने श्रीगुरु रविदासजी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते उन्हें महान संत समाज सुधारक बताया।

मधुबन प्रतिनिधि के अनुसार तहसील क्षेत्र मे संत रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई। नगर पंचायत सहित क्षेत्र के कटघराशंकर, दुबारी, भैरोपुर में अनुयायियों ने झांकी निकाला। उनके आदर्शों को अपनाने पर बल दिया।

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