ब्लैक लिस्टेड कालेज नहीं बने बोर्ड परीक्षा केंद्र

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से बोर्ड परीक्षा-2020 के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची जारी होने के बाद बोर्ड परीक्षा केंद्र बन पाने से वंचित निजी इंटर कालेजों के कई प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों की नींद उड़ी हुई है। सूची चस्पा होते ही दूसरे दिन जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आपत्तियों का अंबार लग गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 08:26 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 06:13 AM (IST)
ब्लैक लिस्टेड कालेज नहीं बने बोर्ड परीक्षा केंद्र
ब्लैक लिस्टेड कालेज नहीं बने बोर्ड परीक्षा केंद्र

जागरण संवाददाता, मऊ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से बोर्ड परीक्षा-2020 के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची जारी होने के बाद बोर्ड परीक्षा केंद्र बन पाने से वंचित निजी इंटर कालेजों के कई प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों की नींद उड़ी हुई है। सूची चस्पा होते ही दूसरे दिन जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आपत्तियों का अंबार लग गया। नकल कराने के आरापों को लेकर ब्लैक लिस्टेड किए गए 10 इंटर कालेजों को इस बार परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। अधिकांश आपत्तियों में तरह-तरह के तर्क देकर अपने-अपने कालेज को बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाने की मांग की जा रही है।

यूपी बोर्ड की ओर से वर्ष 2020 की परीक्षा को पवित्रता के साथ संपन्न कराने के लिए जिले में कुल 129 केंद्र बनाए गए हैं। जबकि पिछले साल जिले के 157 इंटर कालेजों पर बोर्ड परीक्षा आयोजित की गई थी। इस दौरान कुछ केंद्रों पर सामूहिक नकल तो कुछ केंद्रों पर अन्यत्र बोर्ड परीक्षा कापी लिखे जाने की शिकायतें सामने आई थीं, और मामला पकड़ में आकर सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। सूत्रों की माने तो दागी इंटर कालेजों के प्रबंधक-प्रधानाचार्य भी जिला विद्यालय निरीक्षक को आपत्तियां देकर 'बीती ताहि बिसारिए आगे की सुधि लेय' की तर्ज पर बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाने व सुधरने का मौका मांग रहे हैं। इस वर्ष 28 परीक्षा केंद्र कम बने हैं, जिनमें से 10 ब्लैक लिस्टेड तो पहले ही नहीं बने, बाकी 18 बोर्ड परीक्षा में लगभग 13000 छात्रों को घटने के कारण कम किए गए हैं। वर्जन ..

बुधवार को बड़ी संख्या में आपत्तियां मिली हैं। किसी भी ब्लैक लिस्टेड इंटर कालेज को बोर्ड परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। सभी आपत्तियों के आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। छात्रों की संख्या घटने के कारण परीक्षा केंद्र घटे हैं।

- राजेंद्र प्रसाद, डीआइओएस, मऊ।

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