बदलेगी जिले के 44 मानव रहित क्रा¨सग की तस्वीर

घोसी (मऊ) : जिले के समस्त 44 मानव रहित समपार फाटकों की तस्वीर बदलेगी। यहां अब गेटमैन नियुक्त होंगे

By Edited By: Publish:Thu, 26 Feb 2015 07:03 PM (IST) Updated:Thu, 26 Feb 2015 07:03 PM (IST)
बदलेगी जिले के 44 मानव रहित क्रा¨सग की तस्वीर

घोसी (मऊ) : जिले के समस्त 44 मानव रहित समपार फाटकों की तस्वीर बदलेगी। यहां अब गेटमैन नियुक्त होंगे या स्वचालित चेतावनी प्रणाली के तहत हार्न लगाया जाएगा जो ट्रेन के आगमन की सूचना जोरदार हार्न के जरिए देगा। यह प्रावधान रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को पेश बजट में किया है।

जनपद के महासो में समपार फाटक पर हुई भीषण मार्ग दुर्घटना ने रेलवे विभाग का कान खड़ा कर दिया है। यह घटना समूचे राष्ट्र के लिए एक चेतावनी बन गई है। रेलवे ने अपना वायदा पूरा करते हुए गुरुवार को संसद में पेश बजट में देश के सभी समपार फाटकों पर गेटमैन की नियुक्ति या स्वचालित चेतावनी हार्न की व्यवस्था की जाएगी। बताते चलें कि जनपद में कुल 44 मानव रहित रेल फाटक दुर्घटना का खुला आमंत्रण देते हैं। इन क्रा¨सगों पर न तो गेट हैं ना गेटमैन। 04 दिसंबर को महासो में ऐसे ही फाटक पर ट्रेन एवं स्कूल बस के बीच हुई टक्कर में सात मासूमों ने जान गंवा दी। रेल मं त्री की इस घोषणा को इन बच्चों के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में देखा जा रहा है।

-----------------

यह है मानव रहित गेट की स्थिति

भटनी-वाराणसी रेल लाइन : मऊ से बिल्थरा रोड के बीच दस। मऊ से दुल्ल्हपुर के बीच दस।

\क्चमऊ-शाहगंज रेल लाइन : \क्चमऊ से मुहम्मदाबाद के बीच आठ स्थानों पर खुली क्रा¨सग है।

\क्चइंदारा-दोहरीघाट रेल लाइन: \क्चइंदारा से दोहरीघाट के बीच सर्वाधिक एक दर्जन स्थानों पर रेल बस में सवार कर्मी उतरता है और हरी झंडी दिखाकर बस को आगे रवाना करता है।

\क्चइंदारा-बलिया रेल लाइन : \क्चइंदारा से रतनपुरा के बीच भी चार मानव रहित गेट हैं।

--------

\क्चरेलवे ने निभाया वादा : निर्भया सेना \क्च

\क्चघोसी (मऊ): \क्चरेल उपयोगकर्ता संगठन से जुड़े एवं निर्भया सेना के संस्थापक सतीश मिश्र बाबा मानव रहित फाटकों पर दुर्घटना की संभावना समाप्त किए जाने हेतु रेलमंत्री की इस घोषणा को बेहतरीन कदम बताते हैं। कहा कि सेना की राष्ट्रीय मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुश्री नसरीन फात्मा ने इस बाबत वाराणसी आए रेलमंत्री को ज्ञापन दिया था। उन्होंने अपने आश्वासन को पूरा कर मृत बच्चों के प्रति संवेदना व्यक्त करने का एक आदर्श प्रस्तुत किया है।

chat bot
आपका साथी