कारब में रची गई फर्जी शिक्षक भर्ती की पटकथा

मथुरा: फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले की पटकथा गांव कारब में लिखी गईं। इस खेल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jun 2018 11:03 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jun 2018 11:03 PM (IST)
कारब में रची गई फर्जी शिक्षक भर्ती की पटकथा
कारब में रची गई फर्जी शिक्षक भर्ती की पटकथा

जागरण संवाददाता, मथुरा: फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले की पटकथा गांव कारब में लिखी गईं। इस खेल के मास्टर माइंड की साठगांठ विभागीय उन कर्मचारियों के साथ है जो इस खेल के महारथी हैं। कूट रचित दस्तावेज से बनाए जाने वाले शिक्षक से आठ से 15 लाख रुपये की रकम ली जाती थी और यह रकम नीचे से लेकर ऊपर तक वितरित की जाती थी। यह दावा कारब निवासी चौधरी छत्रपाल ¨सह नेताजी का है। फर्जी नियुक्ति के खेल में कारब के ही करीब एक दर्जन लोगों के नाम प्रकाश में आ चुके हैं।

बेसिक शिक्षा विभाग में 29 और 12 हजार शिक्षक भर्ती घोटाला सामने आने के बाद बीएसए विभाग सुर्खियों में बना हुआ है। कारब के चौधरी छत्रपाल के दावे के बाद विभाग में भी चर्चाएं तेज हो चुकी हैं। एक विभागीय कर्मचारी के होटल निर्माण की चर्चा के बाद दावे किए जा रहे हैं कि कारब के मास्टर माइंड से इसी बाबू की पटती थी। यह रैकेट केवल मथुरा नहीं बल्कि राजस्थान और हरियाणा तक अपने शिकार ढूंढ़ता था और उनके नाम-पते बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भर्ती कराता था। अब तक मथुरा सहित अन्य जनपदों में करीब तीन सौ शिक्षकों की भर्ती करा चुका है। इसकी गांव के अलावा नोएडा से लेकर मथुरा वृंदावन तक बेशकीमती संपति फैली हुई है। छत्रपाल नेता जी का दावा है कि मास्टर माइंड ने अपनी पत्नी, छोटे भाई, बहन, बहनोई, मौसी का लड़का सहित अन्य रिश्तेदारों को नियुक्ति दिलाई है। भर्ती माफिया दस्तावेज बदलने की फिराक में:

29 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच एसटीएफ के हाथ में जाने से रैकेट में खलबली मची है। यह रैकेट कूट रचित दस्तावेज से शिक्षक बनने वाले शिक्षकों के दस्तावेज बदलने की फिराक में है। 29 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच एसटीएफ के हाथ में आ चुकी है। फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले से जुडे़ लोगों को खबर है कि एसटीएफ ने मांट, बलदेव, राया खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय केवल फर्जी शिक्षकों की उपस्थिति पत्रिका ही प्राप्त की है। इस पत्रिका में शिक्षक का नाम होता है। पता और पदभार ग्रहण करने की तारीख नहीं होती है। रैकेट प्रधानाचार्यों पर दबाव बनाकर फर्जी शिक्षकों के नियुक्ति पत्र में पते बदलना चाहता है ताकि जांच को प्रभावित किया जा सके। इसके बदले मोटी रकम देने का लालच भी दिया जा रहा है।

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