गंदगी से कराह रही यमुना
पानी उतरने के साथ ही घाटों पर दिखने लगी गंदगी
जागरण संवाददाता, मथुरा: पतित पावनी मां यमुना अब तक लबालब बह रही थी। राहत देने वाली बात यह है कि दो बार बाढ़ का खतरा मंडराने के बाद पानी धीरे-धीरे उतरने लगा है। इसके विपरीत घाटों और इस ओर आने वाले मार्गो पर पसरी गंदगी श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत कर रही है। नगर निगम और सामाजिक संस्थाओं को सफाई अभियान को लेकर जल्दी ही बड़े कदम उठाने की जरूरत है।
इस वर्ष मूसलाधार बारिश के कारण यमुना पूरे वेग से बही। जुलाई से सितंबर के बीच तो दो बार यहां बाढ़ के हालात बन गए। वृंदावन और मथुरा की अनेक कॉलोनियों में पानी भर गया। दोनों बार यमुना अपने चेतावनी लेवल को पार कर गई, जबकि एक बार खतरे के निशान पर बही। बीते सप्ताह भी ओखला से छोड़े गए पानी ने बाढ़ के हालात पैदा कर दिए थे। अब यमुना धीरे-धीरे उतरने लगी है। इससे घाटों पर गंदगी दिखने लगी है। श्रद्धालु भी माला और पूजन सामग्री यमुना में बहा रहे हैं, जो किनारे आकर एकत्रित होने से गंदगी के ढेर जमा होने लगे हैं। यमुना आचमन के लिए श्रद्धालुओं को कीचड़ में होकर गुजरना पड़ रहा है। ऐसा नहीं कि घाटों की ही यह हालत हो, यमुना की ओर जाने वाले मार्गों पर भी कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। यमुना में बहकर आने वाले पशुओं के शव और पूजन के उचित निस्तारण के लिए श्रीकृष्ण जन्मस्थान ने पांच कर्मचारी विश्राम घाट और तीन वृंदावन केसी घाट पर तैनात किए हुए हैं। जल्द ही घाटों की सफाई भी कराई जाएगी।
गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, सदस्य श्रीकृष्ण जन्मस्थान संस्थान -यमुना में पानी उतरने लगा है, इससे सीढि़यों पर गंदगी जमा है। एक-दो दिन में अभियान चलाया जाएगा। इसमें शहर के लोगों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। यमुना के घाटों को स्वच्छ और साफ रखने के लिए नगर निगम कृत संकल्पित है।
समीर वर्मा, नगर आयुक्त, नगर निगम