मथुरा-अलवर के बीच 100 की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन
जागरण संवाददाता,मथुरा: मथुरा-अलवर टै्रक पर जल्द ही बिजली के इंजन लगी ट्रेनें दौड़ेंगी। सोमवार को मुख्
जागरण संवाददाता,मथुरा: मथुरा-अलवर टै्रक पर जल्द ही बिजली के इंजन लगी ट्रेनें दौड़ेंगी। सोमवार को मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पीके वाजपेयी ने ओएचई और स्पीड का अंतिम ट्रायल किया। इस दौरान सौ किमी की रफ्तार से इस ट्रैक पर ट्रेन दौड़ी। हरी झंडी मिलते ही मथुरा-अलवर टै्रक पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ना शुरू हो जाएंगी।
सीआरएस ने निरीक्षण के दौरान प्वाइंट, सिगनल और ओएचई का निरीक्षण किया। सौ किमी प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रेन भी दौड़ाई गई। अभी तक इस टै्रक पर 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनों का संचालन हो रहा है। सीआरएस जल्द ही अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को देंगे। विद्युतीकरण के बाद अलवर रूट पर मालगाड़ियों का इंजन भी नहीं बदलना पड़ेगा। अभी तक मथुरा से अलवर रूट पर मालगाड़ी भेजने के लिए इंजन बदलना पड़ता था। इस दौरान डीआरएम सुनील शर्मा के अलावा सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बढ़ेंगी गाड़ियां
इलेक्ट्रीफिकेशन होने से इस रूट पर गाड़ियों की संख्या और रफ्तार दोनों बढ़ेगी। मथुरा-दिल्ली के मध्य ट्रेनों का लोड भी कम होगा। रेलवे प्रशासन तूफान, फिरोजपुर जनता, पंजाब मेल आदि गाड़ियों को इसी ट्रैक से चलाने की योजना तैयार कर रहा है ।
श्रद्धालुओं को मिलेगा लाभ
अलवर से मथुरा खासी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। अभी तक उन्हें सीमित ट्रेनों पर ही निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन ट्रेनों की संख्या बढ़ने से श्रद्धालुओं को भी लाभ मिलेगा। मथुरा पहुंचने में समय भी कम लगेगा।
अछनेरा-कासगंज ट्रैक भी होंगे इलेक्ट्रीफाई
आने वाले समय में मथुरा-कासगंज और मथुरा-अछनेरा रूट भी इलेक्ट्रिीफाई होंगे। इससे दिल्ली-मुंबई रूट पर भी ट्रेनों का लोड कम होगा। कानपुर और भरतपुर की तरफ इन रूटों से ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। इन रूटों पर ट्रेनों की संख्या कम है और यात्रियों की अधिक।