CAA पर यूपी विधानसभा में तकरार : सुरेश खन्ना ने दी नेता प्रतिपक्ष को चुनौती, इस्तीफा मैं दे दूंगा या आप...

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विधानसभा में गुरुवार को संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना और नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी के बीच जमकर नोकझोंक हुई।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 12:31 AM (IST) Updated:Fri, 28 Feb 2020 08:40 AM (IST)
CAA पर यूपी विधानसभा में तकरार : सुरेश खन्ना ने दी नेता प्रतिपक्ष को चुनौती, इस्तीफा मैं दे दूंगा या आप...
CAA पर यूपी विधानसभा में तकरार : सुरेश खन्ना ने दी नेता प्रतिपक्ष को चुनौती, इस्तीफा मैं दे दूंगा या आप...

लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर विधानसभा में गुरुवार को संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना और नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी के बीच जमकर नोकझोंक हुई। सुरेश खन्ना ने सीएए में किसी भारतीय का नुकसान न होने का दावा करने हुए चौधरी को खुली चुनौती दी कि इससे किसी भी भारतीय को हानि सिद्ध कर दें तो मैं इस्तीफा दे दूंगा वरना आप इस्तीफा दे देना। चौधरी ने खन्ना की चुनौती स्वीकारने के बजाए सीएए विरोधी आंदोलन में पुलिस द्वारा पीड़ितों को समाजवादी सरकार आने पर पेंशन दिलाने की बात कह कर माहौल गर्मा दिया।

विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद माहौल उस समय बिगड़ा जब बजट पर वित्त व संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना द्वारा दिए उत्तर पर विपक्ष प्रतिक्रिया दे रहा था। नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने कहा कि वित्त मंत्री उनके सवालों का सीधा जवाब नहीं दे पाए तो खन्ना ने तंज किया कि कोई नेता विरोधी दल के कानों में से रुई निकाल दे क्योंकि सही बात इनको सुनवाई नहीं देती है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष को विकास से सरोकार नहीं है। सीएए के विरोधियों को उकसा कर समाज बांटने का काम किया जा रहा है। सीएए विरोधियों को पेंशन देने की बात करते हैं।

इस पर बिगड़े रामगोंविद चौधरी ने कहा कि आपातकाल में जेल जाने की पेंशन तो आप भी पा रहे है, मैं भी पा रहा हूं। संविधान ने अपनी बात कहने का हक सभी को दिया है। अब कोई समस्या रख रहा है तो परेशानी किस बात की है? सपा की सरकार में पीड़ितों को पेंशन दिलाएंगे। चौधरी के जवाब से बिफरे खन्ना ने कहा कि हम लुटिया चोरी में जेल नहीं गए। लोकतंत्र की रक्षा के आंदोलन में शामिल थे उसे सीएए विरोध से जोड़ना उचित नहीं है। खन्ना यहीं नहीं ठहरें, उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर सपा, कांग्रेस जनता को गुमराह कर समाज तोड़ने में लगी है। सीएए के किसी भी भारतीय का नुकसान नहीं हो रहा। आप सिद्ध कर दें तो मैं इस्तीफा दे दूंगा वरना आप दे देना। उन्होंने सपा पर अराजकता फैलाने का आरोप भी लगाया। उधर नेता प्रतिपक्ष ने सीएए में मुस्लिमों को शामिल नहीं करने पर एतराज जताया।

दोनों बड़े नेताओं की तकरार बढ़ी तो सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने भी सीटों पर खड़े हो हंगामा आरंभ कर दिया। करीब दस मिनट तक सदन बाधित रहा। माहौल सामान्य करने को विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने खड़े होकर दोनों पक्षों को मुश्किल से शांत कराया।

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