UPSSSC Recruitment 2021: प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के पाठ्यक्रम को सीएम योगी की मंजूरी, जानें- कैसा होगा एग्जाम पैटर्न

UPSSSC भर्ती 2021 पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार प्रारंभिक अर्हता परीक्षा दो घंटे की होगी। 100 सवालों का प्रश्नपत्र होगा। प्रत्येक प्रश्न के गलत उत्तर के लिए चौथाई अंक की निगेटिव मार्किंग भी होगी। परीक्षा अप्रैल-मई में हो सकती है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 18 Feb 2021 10:44 PM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 07:17 AM (IST)
UPSSSC Recruitment 2021: प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के पाठ्यक्रम को सीएम योगी की मंजूरी, जानें- कैसा होगा एग्जाम पैटर्न
यूपीएसएसएससी द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत पीईटी कराए जाने का रास्ता साफ हो गया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) द्वारा अपनाई गई द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) कराए जाने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग की ओर से प्रस्तावित पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद शुक्रवार को इस बारे में शासनादेश जारी होने की संभावना है।

पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार प्रारंभिक अर्हता परीक्षा दो घंटे की होगी। 100 सवालों का प्रश्नपत्र होगा। प्रत्येक प्रश्न के गलत उत्तर के लिए चौथाई अंक की निगेटिव मार्किंग भी होगी। परीक्षा, अप्रैल-मई में हो सकती है। आयोग की ओर से बीती 10 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने पीईटी के पाठ्यक्रम और परीक्षा कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण किया गया था। मुख्यमंत्री ने इसमें कुछ संशोधन का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर संशोधन को शामिल करते हुए आयोग ने प्रस्ताव मुख्यमंत्री की मंजूरी के लिए भेजा था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद यूपीएसएसएससी बहुत जल्द पीईटी 2021 का नोटिफिकेशन जारी करने वाला है। सीएम योगी कह चुके हैं कि आयोग द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत प्रारंभिक अर्हता परीक्षा शीघ्र आयोजित कराए। परीक्षा पूरी तैयारी के साथ कराई जाए और परिणाम भी जल्द घोषित हो। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार के सभी विभागों में रिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया तेजी से संपन्न की जा रही है। रिक्त पदों पर भर्ती के लिए पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली के आधार पर सफल अभ्यर्थियों को रोजगार उपलब्ध होगा।

बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में खाली पड़े हजारों पदों को भरेगी। सबसे पहले प्रारंभिक अर्हता परीक्षा होगी और इसके बाद भर्तियों के संबंध में विज्ञापन निकाल कर आयोग आवेदन लेगा। पीईटी का स्कोर एक साल के लिए मान्य होगा। इस परीक्षा का आयोजन साल में एक बार होगा। आयोग को भर्ती संबंधी अधिकतर विभागों के प्रस्ताव मिल गए हैं। शैक्षिक योग्यता के आधार पर इसे ग्रुप में बांटा जा रहा है, जिससे भर्ती में आसानी हो। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा कराने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। यूपीएसएसएससी ने प्रारंभिक अर्हता परीक्षा का पाठ्यक्रम तय कर दिया है।

प्रारंभिक अर्हता परीक्षा दो घंटे की होगी और इसमें कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। सवाल का गलत जवाब देने पर निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था होगी। एक सवाल गलत होने पर 1/4 अंक कटेगा। इसमें कक्षा आठ के स्तर का भारतीय इतिहास, भारतीय आंदोलन, भूगोल, भारतीय अर्थव्यवस्था, भारतीय संविधान, लोक प्रशासन, सामान्य विज्ञान के जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। इसके साथ ही कक्षा आठ के स्तर की प्रारंभिक अंकगणित, तर्क एवं तर्कशक्ति, सामान्य हिंदी, सामायिकी, सामान्य जागरूकता, गद्य विश्लेषण एवं विवेचन, ग्राफ का विवेचन एवं विश्लेषण संबंधी सवाल पूछे जाएंगे। इसमें छह सवाल 10-10 अंक के होंगे और बाकी पांच-पांच अंक के होंगे। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा परिणाम परसेंटाइल के आधार पर जारी किया जाएगा। इसके आधार पर भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को शामिल होने का मौका मिलेगा।

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