ढाई महीने कोहरा बन जाता है काल, बरतें ये सावधानियां और रखें अपनों का ख्याल
आंकड़े बताते हैं कि लखनऊ में 15 नवंबर से 31 जनवरी के बीच ढाई माह में हुए सड़क हादसों में पूरे साल के अन्य दिनों के अनुपात में 35 % अधिक मौतें होती हैं।
लखनऊ[सौरभ शुक्ला]। सर्दी में कोहरे के साथ ही सड़क दुर्घटनाएं भी दस्तक देने लगती हैं। इस लिए वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। आंकड़े बताते हैं कि लखनऊ में 15 नवंबर से 31 जनवरी के बीच ढाई माह में हुए सड़क हादसों में पूरे साल के अन्य दिनों के अनुपात में करीब 35 प्रतिशत अधिक मौतें होती हैं।
ट्रैफिक विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, 15 नवंबर 2016 से 31 जनवरी 2017 तक कुल 218 हादसे हुए। इसमें 207 लोग घायल हुए और 131 लोगों की मौत हुई। वहीं, 15 नवंबर 2017 से 31 जनवरी 2018 तक कुल 252 हादसे हुए, जिसमें 230 लोग घायल हुए और 155 लोगों की मौत हुई।
दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र:
राजधानी लखनऊ में अधिक दुर्घटना वाले स्थलों में शहीद पथ, समता मूलक चौराहा, आगरा एक्सप्रेस वे, पॉलीटेक्निक चौराहा, टेढ़ी पुलिया, सीतापुर रोड पर भिठौली, छठा मील, हरदोई रोड दुबग्गा, गोमतीनगर में पिकप पुल, रायबरेली रोड उतरेठिया, फैजाबाद रोड पर कमता तिराहा है।
इन बातों का रखें ध्यान
फॉग लाइटें
दुपहिया वाहन, कार और भारी वाहनों में लगाई जाने वाली फॉग लाइटें बाजार में 200 से 10 हजार रुपये कीमत में उपलब्ध हैं। चाइनीज की कीमत 200 से लेकर 1500 रुपये तक है। वहीं, ब्रांडेड कंपनी की लाइटें 2000 से 10 हजार रुपये तक हैं। इन लाइटों की प्रकाश क्षमता 20 मीटर से लेकर 500 मीटर तक बताई जा रही है। दुपहिया वाहनों में यह लाइटें लेग गार्ड और हैंडिल के पास लगाई जाती हैं, जबकि कार और बड़ी गाड़ियों में आगे की ओर और ऊपर लगाई जाती हैं।