गोकशी की अफवाह पर मैनपुरी में उपद्रव, पुलिस व जनता में जवाबी फायरिंग
समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले जिले मैनपुरी में आज पंचायत चुनाव के बीच गौकशी की घटना से तनाव फैल गया। यहां के कस्बा करहल में गौकशी की घटना को लेकर गुस्साए लोगों ने जमकर बवाल किया। भीड़ ने गौकशी कर रहे लोगों को पकड़कर बुरी तरह पीटा। इसके
लखनऊ। मैनपुरी के करहल में गोकशी की घटना के बाद उपद्रव भड़क गया। सैकड़ों लोगों ने दो गोकशों को पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। पुलिस पर दो बार हमला बोला, पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस और प्रशासन के वाहनों में तोडफ़ोड़ के साथ तीन वाहनों में आग लगा दी। अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिष्ठानों को भी निशाने पर लिया। पांच घंटे तक तांडव के दौरान पुलिस ने फायरिंग की तो भीड़ ने भी जवाब में गोलियां चलाईं। पहुंचीं डीआइजी और प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह स्थिति काबू में की।
करहल कस्बा निवासी रवींद्र की गाय शुक्रवार सुबह गायब हो गई। सुबह साढ़े सात बजे कस्बे के बाहर गाय को काटने की सूचना पर लोगों में आक्रोश भड़क गया। सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचे और दो लोगों रफीक और हबीब को गोकशी करते मौके पर ही दबोच लिया। उन्हें पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। उनके तीन साथी भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों छुड़ाया तो भीड़ और आक्रोशित हो उठी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
इसके बाद पुलिस पर पथराव कर उसकी दो जीप और एक बाइक आग के हवाले कर दी। मौके पर पहुंचे.इस बीच अपर पुलिस अधीक्षक एसएस सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो फिर भीड़ ने उन पर भी पथराव किया। इस पर पुलिस ने फायरिंग की तो जवाब में भीड़ की तरफ से भी गोलियां चलाई गईं। बवाल थमने की बजाय और बढ़ता गया। लोगों ने गाय का शव चौराहे पर रख जाम लगा दिया। इसके बाद पास में ही दूसरे संप्रदाय के लोगों की कई दुकानों में आग लगा दी। एक निजी वाहन को भी फूंक दिया।
पथराव में प्रशासन की कई गाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गईं। इंस्पेक्टर कुर्रा जय नारायण सिंह समेत कई पुलिसकर्मी पथराव में घायल हुए हैं। पांच घंटे चले तांडव के बाद डीआइजी लक्ष्मी सिंह ढाई बजे डीएम चंद्रपाल सिंह, एसपी राकेश शंकर और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचीं। रबड़ बुलेट चलाकर उपद्रवियों को खदेड़ा, तब स्थिति सामान्य हो पाई।