कैंसर पर वार करने के लिए तैयार 'सदाबहार', निर्मल वैरायटी से बनी सिम-सुशील Lucknow News

सीमैप की नई वैरायटी सिम-सुशील में प्रचुर मात्र में है दवा के लिए महत्वपूर्ण रसायन। एल्कलॉयड विनक्रिस्टीन व विनब्लास्टीन से तैयार की जाती है कैंसर की दवा।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 27 Oct 2019 12:02 PM (IST) Updated:Tue, 29 Oct 2019 08:08 AM (IST)
कैंसर पर वार करने के लिए तैयार 'सदाबहार', निर्मल वैरायटी से बनी सिम-सुशील Lucknow News
कैंसर पर वार करने के लिए तैयार 'सदाबहार', निर्मल वैरायटी से बनी सिम-सुशील Lucknow News

लखनऊ [रूमा सिन्हा]। घर-आंगन में आसानी से उगने वाला 'सदाबहार' पौधा कैंसर की दवा के लिए उपयोगी माना जाता है। इसमें मौजूद एल्कलॉयड विनक्रिस्टीन व विनब्लास्टीन से कैंसर की दवा तैयार की जाती है। यह दोनों एल्कलॉयड विंडोलीन व कैथेरनथीन नामक दो इकाइयों से मिलकर तैयार होते हैं। केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) के वैज्ञानिकों की ओर से विकसित सदाबहार की 'सिम-सुशील' वैरायटी को कैंसर पर वार के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सीमैप के डॉ.आशुतोष कुमार शुक्ला बताते हैं कि विंडोलीन केवल सदाबहार पौधे की पत्तियों से ही प्राप्त किया जा सकता है। नई किस्म में विंडोलीन मौजूदा किस्मों के मुकाबले पांच गुना से अधिक है। विनक्रिस्टीन एवं विनब्लास्टीन को विंडोलीन व कैथेरनथीन के अर्ध संश्लेषण से तैयार किया जाता है। कैथेरनथीन तो सदाबहार पौधे में फूल से लेकर जड़ तक पाया जाता है, जबकि विंडोलीन केवल पौधे की हरी पत्तियों में ही पाया जाता है। नई किस्म में पत्तियां अधिक होने से विंडोलीन ज्यादा मात्र में मिलेगा। औषधि उद्योग में देश-विदेश में इसकी जबर्दस्त मांग है, इसलिए किसानों के लिए भी नई किस्म लाभकारी होगी।

निर्मल वैरायटी से बनी सिम-सुशील

सिम-सुशील को सीमैप की ओर से विकसित की गई सफेद फूल वाली निर्मल वैरायटी के म्यूटेशन से तैयार किया गया है। यह शोध भारत सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसइआरबी) के वित्तीय सहयोग से किया गया। 

प्रदेश में खेती को बढ़ावा देगा सीमैप

डॉ.शुक्ला बताते हैं कि अभी तक सदाबहार की व्यावसायिक खेती प्रमुख रूप से तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात में होती है। अब कोशिश है कि उत्तर प्रदेश में भी इसकी खेती को बढ़ावा दिया जाए।

इन्होंने किया शोध

डॉ.अनिल कुमार गप्ता, डॉ.आशुतोष कुमार शुक्ला, पूजा सिंहई डॉ. मनीषा मल्ल, सीमा यादव, डॉ.अजीत कुमार शासनी, डॉ.करुणा शंकर, के भास्करन, डॉ.वी सुंदरेसन, डॉ. मो. तलहा, अभिलाषा श्रीवास्तव, डॉ.सोनी गुप्ता, डॉ.पूजा खरे, डॉ.दया नंदन मणि व डॉ.अब्दुल समद।

कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण जल्द पूरा कराने की मांग

निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने कैंसर के मरीजों पर चिंता व्यक्त की है। सपा की युवा छात्र नेता पूजा शुक्ला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जल्द से जल्द कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर साल करीब तीन लाख कैंसर के मरीज उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं। इस पर सपा युवा छात्र नेताओं ने गहरी चिंता व्यक्त की।

chat bot
आपका साथी