पॉप सिंगर सर क्लिफ रिचर्ड ने लखनऊ को कहा, याद करने के लिए शुक्रिया

लखनऊ में क्लिफ रिचर्ड का चित्र ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान देसी विदेशी निवेशकों को लखनऊ की एक झलक दिखाने के लिए शहीद पथ की दीवारों पर की गई पेंटिंग में दर्शाया गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 09 Feb 2018 11:38 AM (IST) Updated:Fri, 09 Feb 2018 02:21 PM (IST)
पॉप सिंगर सर क्लिफ रिचर्ड ने लखनऊ को कहा, याद करने के लिए शुक्रिया
पॉप सिंगर सर क्लिफ रिचर्ड ने लखनऊ को कहा, याद करने के लिए शुक्रिया
लखनऊ (जेएनएन)। अपनी गायकी के लिए दुनिया भर में प्रख्यात सर क्लिफ रिचर्ड ने लखनऊ को शुक्रिया कहा है। प्रदेश की राजधानी को इन दिनों इंवेस्टर्स मीट के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) सजा रहा है। इसी क्रम में लखनऊ में जन्मे पॉप सिंगर क्लिफ रिचर्ड का विशाल चित्र भी दीवार पर बनाया गया है।
 
सर क्लिफ रिचर्ड की फोटो ने उनको लखनऊ याद दिला दिया। करीब 70 वर्षीय पॉप सिंगर के दुनिया भर में अब तक करीब 25 करोड़ रिकार्ड बिक चुके हैं। उनका जन्म 1940 में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (तत्कालीन किंग जार्ज अस्पताल) में हुआ था। सत्तर दशक बाद लखनऊ ने उनको जब याद किया तो उन्होंने ट्विीट से लखनऊ का शुक्रिया अदा करने में विलंब नहीं किया।
 
लखनऊ में क्लिफ रिचर्ड का चित्र ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान देसी विदेशी निवेशकों को लखनऊ की एक झलक दिखाने के लिए शहीद पथ की दीवारों पर की गई पेंटिंग में दर्शाया गया है। इस पेंटिंग को इंटरनेट पर देखने के बाद सर रिचर्ड क्लिफ ने ट्वीट कर शुक्रिया किया है।
 

Message from Cliff:

''It’s 7 decades since I was born in Lucknow, India and I can’t believe that they would honour me there in such a public way.

If anyone in Lucknow is reading this, then thank you for remembering me. Cliff''@delhistreetart pic.twitter.com/o4O3Q1MbQz

— Cliff Richard News (@SirCliffNews) February 6, 2018

उन्होंने कहा कि ये बहुत बड़ा सम्मान है जो लखनऊ ने उनको दिया, मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं। दूसरी ओर इस पेंटिंग को बनाने वाली टीम देहली स्ट्रीट आर्ट और कलराथान ने क्लिफ रिचर्ड को शुक्रिया किया। एलडीए के अफसर भी इस कांप्लीमेंट से गदगद हैं।

इंग्लैंड निवासी करीब 78 वर्षीय पॉप सिंगर क्लिफ रिचर्ड (मूल नाम हैरी रॉडर वेब) के पिता रॉजर ऑस्कर वेब थे। वे भारतीय रेल में कैटङ्क्षरग प्रबंधक थे। वेब परिवार हजरतगंज में रहता था। उनकी मां ला मार्टीनियर गल्र्स स्कूल में छात्रावास की संरक्षक थीं। आजादी के बाद 1948 में उनका परिवार इंग्लैंड चला गया था। अपने करीब 60 साल के पॉप सिंगिंग के करियर में उन्होंने पूरी दुनिया में नाम कमाया। उनको सर की उपाधि से भी नवाजा गया। उनके करीब 25 करोड़ अलबम रिकार्ड, कैसेट और सीडी के तौर पर पूरी दुनिया में बिके हैं।

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