मशहूर भजन गायक अजय पाठक हत्याकांड; शिष्य ने खत्म कर दिया था पूरा परिवार, डीएनए से हुई थी हत्यारे के बालों की पुष्टि
Ajay Pathak Murder Case परिवार हत्यारे को सजा दिलाने के लिए तब से ही पुलिस के साथ मजबूत पैरवी कर रहा था। यहीं कारण था कि साढ़े चार साल में एक बार भी आरोपित को जमानत नहीं मिली। परिवार के लोगों के अलावा भी अजय पाठक से जुड़े लोगों को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था और वह न्यायपालिका के फैसले का स्वागत कर रहे है।
जागरण संवाददाता, शामली। अंतरराष्ट्रीय भजन गायक अजय पाठक समेत उनके परिवार की धारदार हथियार से वार कर हत्या करने वाले आरोपित को कोर्ट ने मृत्यु दंड की सजा दी है, लेकिन साढ़े चार साल तक चले मामले में पुलिस और पीड़ित परिवार ने कड़ी पैरवी की थी।
पुलिस की ओर से आरोपित के बालों का डीएनए टेस्ट कराया था। जिसमें आरोपित हिमांशु सैनी की पुष्टि हो गई है। पूरे प्रकरण में डीएनए रिपोर्ट को अहम सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया गया।
30 दिसंबर 2019 में आदर्श मंडी की पंजाबी कालोनी रेल पार में अजय पाठक (42), पत्नी स्नेहलता (38), बेटी वसुंधरा (15) और बेटे भागवत (10) की हत्या कर दी गई थी।
हिमांशु सैनी पर था आरोप
आरोप अजय के शिष्य हिमांशु सैनी पर लगा था। जांच में सामने आया था कि आरोपित भागवत के शव को अजय की ही गाड़ी में लेकर गया था। पानीपत टाेल प्लाजा के पास गाड़ी में आग लगा दी थी। पानीपत पुलिस ने गाड़ी से शव बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद आरोपित और शव व गाड़ी को आदर्श मंडी पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर दिल्ली से लूट का माल बरामद कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया था।
हत्या आरोपित को सजा दिलाने में डीएनए रिपोर्ट भी अहम सबूत में से एक रहा है। तत्कालीन थानाध्यक्ष कर्मवीर सिंह ने घटना के दौरान बेटी वसुंधरा के हाथों से मिले बाल और हत्या आरोपित के बालों को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा था। जिसमें वसुंधरा के हाथों में मिले बाल हत्यारे हिमांशु सैनी के ही मिले थे। इसके अलावा गाड़ी से मिले शव की पुष्टि करने के लिए उसका भी डीएनए टेस्ट कराया था।
डीएनए रिपोर्ट भी यह पुष्टि हुई थी की गाड़ी से मिला शव अजय पाठक के पुत्र भागवत पाठक का ही है। जुलाई 2020 में लखनऊ लैब से डीएनए रिपोर्ट आई थी। जिसके बाद कोर्ट में सबूत के तौर में डीएनए रिपोर्ट का इस्तेमाल किया गया था। जो अहम सबूत के तौर पर काम आई।
शहर में नई मनाया गया था नए साल का जश्न, गम में डूबे थे लोग
देश के अलावा विदेशों में भी भजन गाने वाले भजन गायक अजय पाठक से शहर के अलावा आसपास के कई जिलों से बड़ी संख्या में लोग जुड़े है। वह अखाड़ा भी चलाते है। इसलिए बड़ी संख्या में युवा वर्ग भी उनके साथ रहता था। जैसे ही अजय पाठक और उनके परिवार की हत्या की जानकारी मिली तो शहर के अलावा आसपास के कई जिलों एवं राज्य के लोग शामली पहुंच गए थे। शामली शहर में नए साल पर चौहरे हत्याकांड के कारण जश्न भी नहीं मनाया गया था। आसपास के जिलों से पहुंचे लोग भी गम में डूबे थे।
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नहीं खुला था स्कूल, पूरा स्टॉफ पहुंचा था पीड़ित परिवार के घर
अजय पाठक के दोनों बच्चे वसुंधरा पाठक और भागवत पाठक शहर के मदरलैंड पब्लिक स्कूल में पढ़ाई किया करते थे। 31 दिसंबर की शाम ही स्कूल को भी सूचना मिल गई थी। इसके बाद एक जनवरी 2020 को मदर लैंड स्कूल में शौक के चलते छुट्टी कर दी गई थी। इसके बाद समस्त स्टॉफ पीड़ित परिवार के घर पहुंचा था। स्कूल में भी शोकसभा का आयोजन किया गया था।
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हत्या से दो महीने तक सांत्वना देने पहुंचे थे पाठक से जुड़े लोग
भजन गायब अजय पाठक से जुड़े लोगों को जैसे-जैसे पता चलता गया, वैसे-वैसे ही वह शामली परिवार को सांत्वना देने पहुंचते रहे। 30 दिसंबर 2019 में परिवार की हत्या होने के दो महीने बाद भी उनके परिवार को सांत्वना और मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए उनसे जुड़े लोग आते रहे है। उनके भाई हरिओम पाठक, पं. दिनेश पाठक, कपिल पाठक आदि परिवार के लोग आए साल उनके लिए श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन करते है। जिसमें अजय पाठक से जुड़े सैकड़ों लोग पहुंचते है।
दिल्ली फ्लैट से बरामद हुआ था अजय पाठक का माल
पुलिस ने हत्या आरोपित की निशानदेही पर दिल्ली के बुराड़ी क्षेत्र के संत नगर स्थित फ्लैट से 22 लाख के जेवर, दो लाख की नगदी, तीन कीमती घड़ियां, गिटार भी बरामद किया था। पुलिस ने राजफाश किया था कि हिमांशु ने दिल्ली के बुराडी के संतनगर में किराए पर फ्लैट लिए हुए था, जहां से नगदी ओर जेवरात बरामद किए गए थे।