हुनर से रोजगार को ताज के साए में होंगे करार

आने वाले सालों में मोहब्बत की ताजनगरी से बेरोजगारी खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। बेरोजगार युवक-युवतियों को सरकार न केवल प्रशिक्षण, बल्कि रोजगार भी दिलवाएगी। इसके लिए ताज के साये में करार होगा। कौशल विकास मिशन के तहत 29 दिसंबर को ताज नेचर वॉक

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 26 Dec 2015 10:13 PM (IST) Updated:Sat, 26 Dec 2015 10:16 PM (IST)
हुनर से रोजगार को ताज के साए में होंगे करार

लखनऊ। आने वाले सालों में मोहब्बत की ताजनगरी से बेरोजगारी खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। बेरोजगार युवक-युवतियों को सरकार न केवल प्रशिक्षण, बल्कि रोजगार भी दिलवाएगी। इसके लिए ताज के साये में करार होगा। कौशल विकास मिशन के तहत 29 दिसंबर को ताज नेचर वॉक में रोजगार मेला लगने जा रहा है। मेले में आगरा मंडल के एक हजार प्रशिक्षुओं को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नियुक्ति पत्र देंगे। इनमें 800 प्रशिक्षुओं ने विभिन्न कंपनियों से प्रशिक्षण प्राप्त किया है, जबकि 200 छात्र-छात्राएं आइटीआइ से पासआउट हैं। सीएम के अलावा कार्यक्रम में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री प्रो. अभिषेक मिश्र, हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब सहित अन्य शामिल होंगे।

व्यावसायिक शिक्षा सचिव भुवनेश कुमार ने बताया कि हेयर स्टाइलिस्ट जावेद, फ्लिपकार्ट, हैंड डिजाइन, नीफा, टेक महिंद्रा, सीआइडीसी, रेमंड सहित कई अन्य कंपनियों से मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन होगा। हेयर स्टाइलिस्ट जावेद साल भर में पांच हजार प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग देंगे। इसके लिए 11 जिलों में केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि नीफा व टेक महिंद्रा नौकरी दिलाने का कार्य करती हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कार्यक्रम जारी हो गया। वह सुबह साढ़े 11 बजे राजकीय वायुयान से खेरिया एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से सीधे ताज नेचर वॉक जाएंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 3.25 बजे लखनऊ वापसी करेंगे।

नौकरी मिलने के बाद कंपनियों को भुगतान

प्रदेश सरकार ने कौशल विकास मिशन के मानकों में बदलाव किया है। अभी तक एनजीओ व कंपनियां प्रशिक्षण के नाम पर फर्जीवाड़ा करती थीं। आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता था, जबकि हकीकत इसके विपरीत होती थी। इसे देखते हुए हाल में सरकार ने मानकों में बदलाव किया है। अब कंपनियों को ट्रेनिंग के साथ ही नौकरी लगवाने की भी गारंटी देनी होगी। यानि ट्रेनिंग लेने वाले 60 फीसद युवक-युवतियों को नौकरी मिलने के बाद ही कंपनी को सरकार द्वारा भुगतान किया जाएगा, जबकि कुल रकम का 20 फीसद भुगतान बाद में होगा। व्यावसायिक शिक्षा सचिव भुवनेश कुमार ने बताया कि मानक में बदलाव के चलते कई कंपनियां भाग खड़ी हुई हैं। आगरा की तरह ही लखनऊ में फरवरी में कार्यक्रम होगा, जिसमें एक हजार युवक-युवतियों को नियुक्ति पत्र मुख्यमंत्री अखिलेश यादव देंगे। कार्यक्रम में दर्जन भर कंपनियों से एमओयू साइन होगा।

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