उप मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी नकल कराई तो कार्रवाई के लिये रहें तैयार

उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने जब योजना भवन में प्रदेश भर के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की तो दुनिया के सबसे बड़े इम्तिहान को लेकर उन्हें कुछ गूढ़ जानकारियां हासिल हुईं।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Fri, 24 Mar 2017 05:14 PM (IST) Updated:Fri, 24 Mar 2017 07:04 PM (IST)
उप मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी नकल कराई तो कार्रवाई के लिये रहें तैयार
उप मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी नकल कराई तो कार्रवाई के लिये रहें तैयार

लखनऊ (जेएनएन)। यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर अंकुश लगाने के लिए उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने  जब योजना भवन में प्रदेश भर के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की तो दुनिया के सबसे बड़े इम्तिहान को लेकर उन्हें कुछ गूढ़ जानकारियां हासिल हुईं। उप मुख्यमंत्री माध्यमिक व उच्च शिक्षा विभागों के मंत्री भी हैं।

शाहजहांपुर के जिलाधिकारी ने उन्हें बताया कि जिले के जिन परीक्षा केंद्रों पर मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक पहुंचते हैं तो वहां धुआंधार नकल होने लगती है। डीएम ने उन्हें यह भी बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने कई ऐसे परीक्षा केंद्र बना दिये जहां परीक्षार्थियों के बैठने के लिए फर्नीचर भी नहीं है। उप मुख्यमंत्री ने हरदोई, अलीगढ़, हमीरपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कौशांबी, मथुरा, कासगंज, उन्नाव, आगरा, फैजाबाद, गोंडा, बाराबंकी के जिलाधिकारियों से भी विस्तार से बातचीत की। उन्होंने निर्देश दिया कि नकल कराने वाले प्रबंधकों, प्रधानाचार्यों, कक्ष निरीक्षकों, नकल माफिया के खिलाफ शिक्षा अधिनियम व एंटी कॉपिंग एक्ट के तहत कड़ी कार्यवाही की जाए। जिन क्षेत्रों में नकल होने की सूचना मिली है, वहां अगली परीक्षाओं में नकल नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले उप मुख्यमंत्री ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय के सभागार में माध्यमिक व उच्च शिक्षा, आइटी व इलेक्ट्रानिकस, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलायी। इसके बाद उन्होंने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का मुआयना किया। निदेशालय के पहले तल पर शौचालय में गंदगी देखकर वह बिफरे और कहा कि जब मेरे आने की सूचना पर यहां इतनी गंदगी है तो सामान्य तौर पर यहां की हालत का अंदाज लगाया जा सकता है। अपर निदेशक (व्यावसायिक) साहब सिंह निरंजन के कमरे में रखे पीकदान को उन्होंने हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने इस पर भी आपत्ति जतायी कि निदेशालय में लगी बायोमीट्रिक मशीन के जरिये सिर्फ कर्मचारी ही क्यों अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं, अधिकारी क्यों नहीं? समयबद्धता के साथ उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों को कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए भी कहा।
इसके बाद उन्होंने विधानभवन में स्वयं को आवंटित कक्ष में सफाई व्यवस्था का मुआयना किया। इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने बापू भवन में आइटी व इलेक्ट्रानिक्स और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभागों में भी सफाई व्यवस्था का जायजा लिया।
 

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