राजनाथ की परियोजनाओं पर अफसरों की सुस्ती से CM नाराज, दो दिन में रिपोर्ट तलब Lucknow News

लखनऊ धीमी गति और फाइलों में फंसी परियोजनाओं की सूची मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने अफसरों के पेच कसे। दिनभर मंथन करते रहे अधिकारी।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Wed, 16 Oct 2019 11:03 AM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 11:03 AM (IST)
राजनाथ की परियोजनाओं पर अफसरों की सुस्ती से CM नाराज, दो दिन में रिपोर्ट तलब Lucknow News
राजनाथ की परियोजनाओं पर अफसरों की सुस्ती से CM नाराज, दो दिन में रिपोर्ट तलब Lucknow News

लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। लखनऊ को विश्व के मानचित्र पर लाने की बात कई बार मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर चुके हैं। इसके लिए वह लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की भी तारीफ करते हैं, लेकिन अफसरों की सुस्ती से कछुआ से धीमी गति से चल रही परियोजनाओं पर मुख्यमंत्री की नाराजगी भी दिखी। धीमी गति और फाइलों में फंसी परियोजनाओं की सूची मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने अफसरों के पेच कसे तो मंगलवार को दिनभर अधिकारी परियोजनाओं की प्रगति पर मंथन करते रहे। कुछ प्रमुख सचिव को यह जिम्मा भी दिया गया है कि दो दिन में परियोजना की हकीकत की पूरी रिपोर्ट तैयार कर दी जाए। इसमें अधिकांश परियोजनाओं को गति राज्य सरकार के विभागों से दी जानी है। 

 
इन परियोजनाओं की रिपोर्ट तलब 
किसान पथ निर्माणाधीन आउटर रिंग  रोड एलाइनमेंट के अंतर्गत फैजाबाद रोड से सुलतानपुर रोड के बीच का भाग है, जिसमें लखनऊ-बाराबंकी रेलवे लाइन के ऊपर निर्माणाधीन रेल ओवरब्रिज के निर्माण का राज्यांश रेल विभाग को दिया जाना आउटर रिंग  में चार लेन निर्माण में आ रहे 12.5998 हेक्टेयर आरक्षित वन भूमि के गैर वानिकी प्रयोग एवं बाधक बन रहे 15328 पेड़ों को काटा जाना सुलतानपुर रोड से मोहान रोड और सीतापुर रोड से हरदोई रोड होते हुए मोहान रोड में मिट्टी की भराई के लिए 70 लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी को भरा जाना  लैंट माइटाइनेशन पद्धति पर निर्माणाधीन विश्वस्तरीय गोमतीनगर रेलवे टर्मिनस के लिए भू-उपयोग परिवर्तन, मानचित्र की स्वीकृति  रेल टर्मिनस के पर्याप्त एप्रोच और निकास के लिए अतिरिक्त सड़क, चौड़ीकरण और फ्लाईओवर का निर्माण  चारबाग रेलवे स्टेशन लैंड मोनाटाइजेशन पद्धति से री-डेवलेपमेंट के लिए मानचित्र की स्वीकृति, भू-उपयोग परिवर्तन, नगर निगम, जलकल, अग्निशमन विभाग और जलकल की तरफ से अनापत्ति। कैंट की ओर दूसरे निकास के लिए एप्रोच मार्ग, चौड़ीकरण और अतिरिक्त मार्ग का निर्माण  आलमनगर में रेल सेटेलाइट स्टेशन के एप्रोच मार्ग का चौड़ीकरण, नव निर्माण और फ्लाईओवर बनाना  हैदर कैनाल पर 120 एमएलडी का एसटीपी का निर्माण। नमामिगंगे कार्यक्रम के तहत दौलतगंज में पुराने एसटीपी का उच्चीकरण और नए एसटीपी का निर्माण। भरवारा में 64 एमएलडी एसटीपी, घैला में 22 एमएलडी एसटीपी का निर्माण, फैजुल्लागंज नालों का इंटरसेप्शन और डायवर्जन, 80 एमएलडी का एसपीएस व एसटीपी का निर्माण बिजनौर में, भरवारा के 345 एसटीपी को ठीक करना  शहर के सभी क्षेत्र को सीवर नेटवर्क से जोडऩा  अमृत योजना के तहत आलमबाग से जुड़े सात वार्डों में सीवर लाइन डालने का काम अभी तक न चालू होना चिनहट की कठौता झील में 80 एमएलडी का दूसरा चैम्बर बनाना और जलाशय की संग्रह क्षमता को बढ़ाना  अलीनगर सुनहरा झील में नया जलकल का निर्माण  कुर्सी रोड पर जलकल का निर्माण, शारदा सहायक खीरी ब्रांट (अटरिया स्केप) से रॉ वॉटर की आपूर्ति करना  अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य प्रतिमा सहित अटल स्मृतिका के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराना   
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