सीबीआई ने ओवरसीज बैंक कानपुर के साथ 10 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड मामले में दर्ज किया मुकदमा

कानपुर के बिरहाना रोड स्थित ग्लोबिज एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अरविंद श्रीवास्तव सरल वर्मा व अन्य अज्ञात लोगों ने बैंक के साथ 10 करोड़ की धोखाधड़ी की है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 18 Jun 2020 09:00 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jun 2020 09:00 PM (IST)
सीबीआई ने ओवरसीज बैंक कानपुर के साथ 10 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड मामले में दर्ज किया मुकदमा
सीबीआई ने ओवरसीज बैंक कानपुर के साथ 10 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड मामले में दर्ज किया मुकदमा

लखनऊ, जेएनएन। सीबीआई ने 10 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड के मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। सीबीआई लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच सेल ने केस दर्ज कर इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है। कानपुर स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के साथ 10 करोड़ रुपये की ठगी की शिकायत बीते दिनों सीबीआई से की गई थी। इंडियन ओवरसीज बैंक के चीफ रीजनल मैनेजर निरंजन पांडा ने पांच जून को मामले की शिकायत की थी।

आरोप है कि कानपुर के बिरहाना रोड स्थित ग्लोबिज एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अरविंद श्रीवास्तव, सरल वर्मा व अन्य अज्ञात लोगों ने बैंक के साथ 10 करोड़ की धोखाधड़ी की है। पूरे प्रकरण में बैंक अधिकारियों व कर्मियों की संलिप्तता की भी आशंका है। सीबीआई उनकी भूमिका की भी जांच करेगी। बताया गया कि मामला बैकों के कंर्सोटियम के तहत करीब दो हजार करोड़ की बैंक लिमिट लेने का है, जिसमें केवल इंडियन ओवरसीज बैंक को ही दस करोड़ का नुकसान हुआ है।

शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि लेदर मैन्युफैक्चरिंग का कार्य करने वाली ग्लोबिज एग्जिम प्राइवेट लिमिटेड ने इंडियन ओवरसीज बैंक के साथ कई अनुबंध कर ऋण लिया था। कंपनी के निदेशकों ने बैंक से मिली रकम को अन्य स्थानों पर निवेश कर दिया। कंपनी ने बैंक को खरीद-फरोख्त के फर्जी कागज भी दिए थे। बैंक की जांच में ग्लोबिज और उसकी चार सहयोगी कंपनियों की भूमिका सामने आई थी, जिसके बाद मामला सीबीआई जांच के लिए भेजा गया।

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