अनपरा-डी की पहली इकाई लाइट अप, 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली

एक हजार मेगावाट की निर्माणाधीन सोनभद्र की अनपरा-डी परियोजना की 500 मेगावाट की पहली इकाई को आज सुबह लाइट अप कर लिया गया। परियोजना प्रबंधन व निर्माता कंपनी बीएचईएल 31 मार्च तक इस इकाई को पूर्ण क्षमता से उत्पादनरत कर लेंगे।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 18 Dec 2014 07:39 PM (IST) Updated:Thu, 18 Dec 2014 07:43 PM (IST)
अनपरा-डी की पहली इकाई लाइट अप, 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली

लखनऊ। एक हजार मेगावाट की निर्माणाधीन सोनभद्र की अनपरा-डी परियोजना की 500 मेगावाट की पहली इकाई को आज सुबह लाइट अप कर लिया गया। परियोजना प्रबंधन व निर्माता कंपनी बीएचईएल 31 मार्च तक इस इकाई को पूर्ण क्षमता से उत्पादनरत कर लेंगे। बिजली संकट का सामना कर रहे प्रदेश को अप्रैल से 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलने लगेगी।

इकाई के लाइट अप होने के बाद गुरुवार की सुबह आयोजित एक कार्यक्रम में अनपरा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इं. त्रिभुवन तिवारी एवं अनपरा डी के महाप्रबंधक इं. आरके वाही ने बताया कि इस इकाई को 31 जनवरी को सिंक्रोनाइज किया जाएगा। तत्पश्चात 28 फरवरी को कोल फायरिंग कर 31 मार्च तक इसे पूर्ण क्षमता से उत्पादनरत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि परियोजना की दूसरी इकाई को भी दो माह के अंदर लाइट अप कर ली जाएगी।

13 जनवरी 2008 को शुरू हुई अनपरा डी परियोजना राख बांध क्षेत्र में बनने वाली देश की पहली परियोजना है। शुरुआत में इसकी लागत 5358 करोड़ रुपये निर्धारित थी, लेकिन निर्माण कार्य में विलंब के कारण लागत में लगभग 485 करोड़ रुपये का इजाफा किया गया। अंतरिम प्रथम पुनरीक्षण में इसकी लागत 5843 करोड़ हो गई। परियोजना के निर्माण लागत की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी प्रदेश सरकार की व 70 प्रतिशत ऋण लेकर वहन की जा रही है। लाइट अप के अवसर पर अनपरा अ परियोजना के महाप्रबंधक इं. एके सिंह, बीएचईएल के महाप्रबंधक इं. राजीव चावला, निर्माण प्रबंधक आर पी श्रीवास्तव, अनपरा परियोजना के उप महाप्रबंधक इं. चंडी प्रसाद मिश्रा, इं. अजय कटियार, इं. यूसी मिश्रा, इं. आरके सिंह सहित अनपरा अ व ब परियोजना के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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