आयो-आयो नवरात्रि त्योहार अंबे मैया..

बाजार में बढ़ने लगी त्योहार की रौनक। परंपरागत दुकानें सज चुकी हैं श्रद्धालु व्रत पूजन की सामग्री भी खरीदने में लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 11:35 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 11:35 PM (IST)
आयो-आयो नवरात्रि त्योहार अंबे मैया..
आयो-आयो नवरात्रि त्योहार अंबे मैया..

लखीमपुर : आयो-आयो नवरात्रि त्योहार अंबे मैया तेरी जय जय कार। शारदीय नवरात्रि में सिर्फ तीन दिन रह गए हैं। मंदिरों के आसपास भजन भी सुनाई देने लगे हैं। परंपरागत दुकानें सज चुकी हैं, श्रद्धालु व्रत पूजन की सामग्री भी खरीदने में लगे हैं। महामारी से बचाव के लिए इस बार भी मंदिर नहीं खुलेंगे लेकिन, श्रद्धालु घरों पर पूजा-अर्चना करेंगे। घरों में कलश स्थापना से लेकर हवन करने तक के लिए श्रद्धालुओं ने बाजार से सामान लेना शुरू कर दिया है। बढ़ती रौनक बता रही है कि अब नवरात्रि में बहुत समय नहीं है।

शहर के मुहल्ला बाजार तथा संकटा देवी बाजार के आसपास पूजा-पाठ की सामग्री के लिए दुकानें सज चुकी हैं। दुकानदारों ने भी बिक्री शुरू कर दी है। नारियल, ध्वजा, पताका, कलावा, रोली से लेकर खाने-पीने के सामान, जिसमें मखाना, कूटू का आटा इत्यादि चीजें शामिल हैं, उनकी भी खरीदारी शुरू हो गई है। मूर्तियों की भी खरीद जोरों पर है। घरों में स्थापना के लिए लोगों ने पीतल की मूर्तियां खरीदी हैं, जो कि 1000 रुपये तक हैं। दुकानदार अमरदीप गुप्ता बताते हैं कि बाजार में खरीदारी तेज हो गई है। मखाना सात सौ रुपये किलो, नारियल 15 रुपये से 30 रुपये प्रति नग है। झंडे 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक, हवन मसाला 80 किलो है, बांधने वाली मौली का गोला, तूली कपड़ा, रुई की बत्ती आदि पांच रुपये से 10 रुपये के बीच हैं। विक्रेता हिमांशु बताते हैं कि बिक्री बढ़ गई है और बाजार में खरीदारी धीरे-धीरे तेज हो रही है। लोग घरों में स्थापना के लिए तैयारी कर चुके हैं।

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