यूरिया की किल्लत से किसान परेशान

कुशीनगर में एक बार फिर किसान यूरिया की कमी से परेशान हैं किसानों का कहना है कि फसल में खाद नहीं डाली गई तो अनाज का उत्पादन प्रभावित होगा मजबूरी में अधिक कीमत पर बाजार से खरीद रहे किसान।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Jan 2022 11:50 PM (IST) Updated:Sat, 15 Jan 2022 11:50 PM (IST)
यूरिया की किल्लत से किसान परेशान
यूरिया की किल्लत से किसान परेशान

कुशीनगर : कप्तानगंज तहसील क्षेत्र की सहकारी समितियों में अभी भी यूरिया की किल्लत बनी हुई है, जबकि रबी की फसलों में यूरिया डालने का यही अनुकूल समय है। अगर फसल को खाद नहीं मिली तो उत्पादन प्रभावित हो जाएगा। मजबूरी में किसान बाजार से यूरिया खरीद रहे हैं।

किसान यूरिया के लिए समितियों व सरकारी एजेंसियों का चक्कर लगा रहे हैं। कई समितियों के गेट पर स्टाक न होने की सूचना चस्पा कर दी गई है। किसानों का आरोप है कि दुकानदार कृषि विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर यूरिया की कालाबाजारी कर रहे हैं। तहसील क्षेत्र में इफ्को और कृभको की एजेंसियां भी संचालित हैं, लेकिन कहीं भी जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पा रही है। भड़सर खास समिति पर शनिवार को लोग यूरिया आने का इंतजार कर रहे थे। यहां के कर्मचारी एक पखवारा से केवल आश्वासन दे रहे हैं। रामभवन, रामकिशुन, मधुसूदन मिश्र, गोलू मिश्र आदि का कहना है कि अगर समय पर यूरिया नहीं मिली तो फसलों का बढ़वार रुक जाएगी। खेती की लागत नहीं निकल पाएगी। प्राइवेट खाद विक्रेता यूरिया के साथ कीटनाशक भी खरीदने के लिए बाध्य कर रहे हैं और कीमत अधिक ले रहे हैं। पचार समिति के गोदाम का कई दिनों से किसान चक्कर काट रहे हैं। बोदरवार समिति के गोदाम पर भी ताला बंद है। एसडीएम कल्पना जायसवाल ने बताया कि यूरिया की कमी नहीं है। अगर कोई विक्रेता तय कीमत से अधिक ले रहा है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

वाटर एटीएम बंद, शुद्ध पेयजल की किल्लत

जैन मंदिर चौराहा पर नगर पंचायत की ओर से लगाया गया वाटर एटीएम बंद होने से शुद्ध पेयजल को लेकर लोगों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। कुछ लोग आरो प्लांट से पानी लेकर काम चला रहे हैं तो कुछ लोग हैंडपंप का ही पानी पी रहे हैं।

स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत नगर पंचायत ने एक वर्ष पूर्व वाटर एटीएम लगाया था। 15 दिन बाद ही यह कार्य करना बंद कर दिया। तब से चालू नहीं हो सका। व्यापारी मनोज कुमार मद्धेशिया का कहना है कि वाटर एटीएम से लोगों को काफी लाभ था। कस्बावासियों को आसानी से शुद्ध पेयजल मिल रहा था, लेकिन इसका लाभ केवल 15 दिन ही मिला। ईश्वर गुप्ता का कहना है कि नगर पंचायत का धन तो लगा पर इसका सदुपयोग नहीं हो सका। व्यापारी कन्हैया का कहना है कि नगर पंचायत प्रशासन एटीएम को चालू नहीं करा रहा। अधिशासी अधिकारी प्रेमशंकर गुप्ता ने बताया कि तकनीकी खराबी से वाटर एटीएम बंद है। इसे शीघ्र ही ठीक कराकर चालू करा दिया जाएगा।

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