ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी सड़क की सूरत

जिले की सड़कों का हाल वैसे ही ठेकेदारों की कमाऊ नीति के चलते बदहाल होता जा रहा है। ऊपर से ओवरलोड वाहन कोढ़ में खाज बने हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 10:57 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 10:57 PM (IST)
ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी सड़क की सूरत
ओवरलोड वाहनों ने बिगाड़ी सड़क की सूरत

जिले की सड़कों का हाल वैसे ही ठेकेदारों की कमाऊ नीति के चलते बदहाल होता जा रहा है। ऊपर से ओवरलोड वाहन कोढ़ में खाज बने हैं। जिले में यमुना के तराई से बालू और पड़ोसी जनपद चित्रकूट से गिट्टी लादकर निकलने वाले ओवरलोड वाहनों ने सड़कों की सूरत बिगाड़ दी है। जिला मुख्यालय मंझनपुर से समदा जाने वाले संपर्क मार्ग का हाल तो पूरी तरह बेहाल है।

चार साल पहले मंझनपुर स्थित सिराथू की ओर जाने वाली सड़क से समदा के लिए संपर्क मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत कराया गया था। 18 लाख रुपये कीमत से बनी यह सड़क कलेक्ट्रेट व डीएम आवास के पिछले हिस्से होकर गुजरी है। प्रतापगढ़, फतेहपुर व प्रयागराज के लिए कौशांबी जनपद के यमुना घाटों से बालू की सप्लाई होती है। चित्रकूट जनपद से भी बालू और गिट्टंी लदे वाहनों का आवागमन होता है। सिराथू में कई महीनों से फ्लाई ओवरब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसी स्थिति में बालू व गिट्टी लादकर पहुंचने वाले वाहनों को मंझनपुर से समदा की ओर मोड़ दिया जाता है। नतीजतन ओवरलोडिग के चलते अफसरों के कार्यालय के करीब से न होते हुए चालक सन्नाटे वाली समदा संपर्क मार्ग से निकलते हैं। ओवरलोडिग के चलते समदा संपर्क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी प्रकार टेंवा से पश्चिम शरीरा व कटरी को जाने वाली सड़क गड्ढा युक्त हो गई है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने के साथ आए दिन लोग गिरकर चोटिल होते हैं। धूल से दुकानदार परेशान

मंझनपुर- समदा संपर्क मार्ग पर ओवरलोड वाहनों के आवागमन के चलते सड़क किनारे दुकानदारों को काफी दिक्कत होती है। बरइन का पूरा साईंधाम कालोनी निवासी बसंत लाल, मिठाई की दुकान चलाने वाले श्रीपाल, संता प्रसाद, गोली प्रसाद आदि का कहना है कि उनकी दुकानें सड़क किनारे हैं। मंझनपुर से हाईवे को जोड़ने वाले समदा संपर्क मार्ग पर ओवरलोड वाहनों के चलते सड़कें टूट गई हैं। नतीजतन वाहनों के गुजरने से खूब धूल उड़ती है। ऐसे में उनकी दुकान व खाद्य सामग्री धूल से भर जाती हैं। लोगों ने बताया कि कई बार विभागीय अफसरों से इसकी शिकायत की गई, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर ओवर लोड वाहनों की धरपकड़ व कार्रवाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जांच के दौरान ओवरलोड मिलने पर कई वाहनों को सीज किया जा चुका है। आगे भी अभियान चलाकर ओवरलोडिंग रोकी जाएगी।

आरपी सिंह, खान अधिकारी

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