करंट से महिला की मौत, नातिन गंभीर, लोगों में आक्रोश

मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के मलाक पींजरी का मजरा पीतांबरपुर गांव में घास काटने गई महिला व उसकी नातिन हाईवोल्टेज करंट की चपेट में आ गईं। हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि नातिन को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया तो आक्रोशित स्वजन व ग्रामीणों ने लाश उठाने से इन्कार कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 11:42 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 11:42 PM (IST)
करंट से महिला की मौत, नातिन गंभीर, लोगों में आक्रोश
करंट से महिला की मौत, नातिन गंभीर, लोगों में आक्रोश

उदिहिन : मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के मलाक पींजरी का मजरा पीतांबरपुर गांव में घास काटने गई महिला व उसकी नातिन हाईवोल्टेज करंट की चपेट में आ गईं। हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नातिन को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया तो आक्रोशित स्वजन व ग्रामीणों ने लाश उठाने से इन्कार कर दिया। बिजली विभाग के जिम्मेदारों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर लोग अड़ गए। सूचना पर पहुंचे एसडीएम मंझनपुर राजेश चंद्रा व तहसीलदार रामजी ने कार्रवाई कराते हुए मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया। साढ़े तीन घंटे के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए।

पीतांबरपुर निवासी बुद्दा प्रसाद की 55 वर्षीय पत्नी श्यामकली अपनी आठ वर्षीय नातिन गोलू उर्फ रेशमी के साथ शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे गांव के बाहर घास काटने के लिए गई थी। परिवार वालों का कहना है कि जहां दोनों घास काट रहे थे, वहीं हाईवोल्टेज तार टूटकर स्टे वायर व बगल के खेत के कंटीली तार में छू रहा था। इस बीच श्यामकली का चेहरा करंट की चपेट में आकर झुलसने लगा। यह देख रेशमी ने नानी को बचाने का प्रयास किया तो वह भी करंट की चपेट में आ गई। उधर से गुजर रहे कुछ लोगों ने देखा तो आनन-फानन दोनों को करंट से बाहर किया, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। गंभीर हालत में रेशमी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी होने पर रोते-बिलखते स्वजन भी आ गए। ग्रामीणों का आरोप है कि तार जोड़े जाने या आपूर्ति बाधित किए जाने की शिकायत कई बार बिजली विभाग के अफसरों से की गई, लेकिन तीन दिनों से टूटे तार को लेकर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। ऐसी परिस्थिति में अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाया जाए। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह से फोन पर वार्ता करने के बाद मुआवजा दिलाए जाने व जांच कराकर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। तब जाकर दोपहर करीब डेढ़ बजे पुलिस शव को उठा पाई।

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