साध्वी निरंजन ज्योति को फिर मिला मोदी मंत्रिमंडल में मौका, बाकी हुए निराश

कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र के तमाम सांसदों के समर्थकों को थी मंत्री पद मिलने की उम्मीद।

By AbhishekEdited By: Publish:Thu, 30 May 2019 11:57 PM (IST) Updated:Sat, 01 Jun 2019 09:48 AM (IST)
साध्वी निरंजन ज्योति को फिर मिला मोदी मंत्रिमंडल में मौका, बाकी हुए निराश
साध्वी निरंजन ज्योति को फिर मिला मोदी मंत्रिमंडल में मौका, बाकी हुए निराश
कानपुर, जेएनएन। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार साध्वी निरंजन ज्योति एक बार फिर केंद्रीय कैबिनेट में जगह पा गई हैं लेकिन कानपुर और आसपास के तमाम सांसदों को निराशा ही हाथ लगी है। हालांकि बहुत से सांसदों के समर्थकों को उम्मीद थी कि उनके नेता को लाल बत्ती जरूर मिलेगी।
इस लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति दोबारा फतेहपुर से चुनाव जीत कर संसद पहुंचीं और उन्हें दोबारा मंत्री पद भी हासिल हुआ लेकिन उनके अलावा किसी और को मंत्री पद नहीं मिला। अकबरपुर से करीब पौने तीन लाख वोट से लगातार दूसरी बार जीतने वाले देवेंद्र सिंह भोले के समर्थकों को उम्मीद थी कि इतनी बड़ी जीत उन्हें लाल बत्ती दिला सकती है। यही उम्मीद हमीरपुर के पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, उन्नाव के साक्षी महाराज और फर्रुखाबाद के मुकेश राजपूत के समर्थकों को भी थी लेकिन किसी की उम्मीद पूरी नहीं हुई। कानपुर से सांसद बने सत्यदेव पचौरी के समर्थकों को लग रहा था कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री होने की वजह से उन्हें केंद्र में भी मंत्री पद मिल सकता है लेकिन उनके समर्थकों को भी मायूसी का सामना करना पड़ा।
भाजपा के कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की बात की जाए तो उसमें भी 10 लोकसभा क्षेत्र आते हैं लेकिन पूरे क्षेत्र में सिर्फ निरंजन ज्योति ही मंत्री पद पा सकी हैं। हालांकि कानपुर से कांग्र्रेस सांसद रहे श्रीप्रकाश जायसवाल दो कार्यकाल में केंद्र में मंत्री रह चुके हैं लेकिन वह लगातार दूसरी बार भाजपा से चुनाव हार गए। पिछले चुनाव में भाजपा के डॉ. मुरली मनोहर जोशी चुनाव जीते थे लेकिन उन्हें भी मंत्री पद नहीं मिला था। अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र का यह तीसरा चुनाव था लेकिन तीनों चुनाव में कोई भी सांसद मंत्री नहीं बन सका।  

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