नशा मुक्ति में मददगार इंजेक्शन को ही बनाया हथियार, पुलिस की जांच में चौंकाने वाला सज उजागर Kanpur News

बिरहाना रोड से पुलिस ने थोक दवा कारोबारी को पकड़ने के बाद दूसरे दिन कुछ मेडिकल स्टोरों पर छापा मारकर तथ्य जुटाए हैं। अब एक्स शेड्यूल दवाओं को बेचने को लेकर जांच के बाद पुलिस बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 12:46 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 12:46 PM (IST)
नशा मुक्ति में मददगार इंजेक्शन को ही बनाया हथियार, पुलिस की जांच में चौंकाने वाला सज उजागर Kanpur News
नशे के लिए इंजेक्शन का प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। नशा मुक्ति के लिए जिस इंजेक्शन की मदद ली जाती थी, उसे ही हथियार बनाकर नए नशेड़ी तैयार किए जा रहे थे। चौकाने वाले यह तथ्य गुरुवार देर रात पुलिस द्वारा उठाए गए दवा कारोबारी व मेडिकल स्टोर संचालकों से पूछताछ में सामने आए हैं। बहुत जल्द पुलिस इस पूरे मामले का राजफाश कर सकती है।

एसपी साउथ दीपक भूकर को काफी समय से दवा की दुकानों से प्रतिबंधित नशे की दवाओं और इंजेक्शन आदि की बिक्री की सूचना मिली थी। गुरुवार रात एसपी साउथ ने चार टीमों की मदद से नौबस्ता, किदवई नगर, जूही, बिरहानारोड, नवाबगंज, उन्नाव, चकेरी आदि स्थानों पर छापेमारी करके थोक कारोबारी समेत नौ लोगों को उठाया था।

दो मेडिकल स्टोर पर पुलिस को प्रतिबंधित इंजेक्शन के तैयार किए गए पैकेट भी मिले थे। मेडिकल स्टोर संचालकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी। सामने आया कि बिरहाना रोड की फर्म में काम करने वाले एक युवक के माध्यम से यह दवाएं मंगाने की जानकारी हुई। इस पर पुलिस ने दवा खरीद के बिल, बिक्री का लाइसेंस, डॉक्टरों के पर्चे के बारे में छानबीन करनी शुरू की।

बताया जा रहा है कि दवा कारोबारी कुछ भी नहीं दिखा सके। इस पर पुलिस ने उठाए गए लोगों की दुकानों और गोदाम में भी छापेमारी करके मौजूद स्टाक, बिल आदि का मिलान करना शुरू किया। नशा मुक्ति के लिए प्रयोग आने वाले इंजेक्शनों के अलावा जहरखुरानी के लिए प्रयोग आने वाल दवा अल्प्राजोलम की अवैध बिक्री का भी पता चला है। एसपी साउथ दीपक भूकर ने बताया कि बिना डॉक्टर के पर्चे और बिक्री लाइसेंस के एक्स शेड्यूल दवाओं के बेचने की जानकारी पर छापेमारी की गई है। स्टाक, बिल और डॉक्टर के दवा के पर्चों के बारे में छानबीन की जा रही है।

120 से 150 रुपये में बेचते थे पैकेट

एसपी साउथ ने बताया कि दुकानदार प्रतिबंधित दवाओं और इंजेक्शन को नशे के लती लोगों को 120 से 150 रुपये में बेचते थे। जिसमें एक इंजेक्शन, एक सीरिंज व दो निडिल होती थीं। दो दुकानों पर इंजेक्शन की तैयार किट मिली हैं।

दवाओं का हो रहा नशे में इस्तेमाल

युवा वर्ग शेड्यूल एच, एच-1 और एक्स की दर्द निवारक, जीवन रक्षक और एंटी एलर्जिक दवाओं का नशे में इस्तेमाल कर रहे हैं। यह दवाएं बिना डॉक्टर के पर्चे पर बिक्री नहीं की जा सकती। इन दवाओं की बिक्री के लिए दो साल के लिए लाइसेंस दिया जाता है।

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