राष्ट्रीय फलक पर कौशल दिखाएंगी कानपुर की अर्चिता, अभ्यास करके ला रहीं निखार

बाराबंकी में प्रदेश स्तरीय डार्ट्स प्रतियोगिता में स्वर्ण और रजत जीतकर अर्चिता कानपुर का नाम रोशन कर चुकी हैं। अब जनवरी में गोवा नेशनल कंपटीशन में उप्र टीम से प्रतिभाग करेंगी। वह अभ्यास करके अपने खेल को और निखारने का प्रयास कर रही हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 11:57 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:57 AM (IST)
राष्ट्रीय फलक पर कौशल दिखाएंगी कानपुर की अर्चिता, अभ्यास करके ला रहीं निखार
प्रशिक्षक के साथ डॉर्ट्स का अभ्यास करतीं कानपुर की अर्चिता।

कानपुर, जेएनएन। शहर के लिए नवोदित खेल डार्ट्स में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शैलेश से प्रशिक्षण हासिल करने वाली अर्चिता अब राष्ट्रीय डार्ट्स में जौहर दिखाएंगी। हालही में बाराबंकी में संपन्न हुई प्रदेशस्तरीय प्रतियोगिता में दो पदक हासिल कर इस होनहार बिटियों ने अपने मजबूत इरादों से सबको परिचित करा दिया था। वो अब जनवरी में होने वाली गोवा नेशनल डार्ट्स प्रतियोगिता की तैयारियों में जुट गई है।

श्याम नगर में 16 वर्षीय अर्चिता थापा ने अक्टूबर में बाराबंकी प्रदेशस्तरीय डार्ट्स के टीम वर्ग में स्वर्ण और एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर राष्ट्रीय प्रतियोगिता का टिकट हासिल किया था। आर्थिक तंगी के चलते अत्याधुनिक प्रशिक्षण के स्थान पर अर्चिता सनिगवां स्थित एक एकेडमी में डार्ट्स की बारीकियों का ज्ञान प्रशिक्षण करने वाले खिलाड़ियों के बीच रहकर निश्शुल्क हासिल कर रही हैं।

कोच एवं विश्व डार्ट्स प्रतियोगिता में भारत की ओर से खेलने वाले शैलेश ने बताया कि अर्चिता का निशाना अन्य खिलाड़ियों की अपेक्षा सटीक रहता है। प्रशिक्षण के दौराना खड़े होने की पोजीशन और टारगेट पर निशाना लगाने में अर्चिता को सिर्फ एक बार बताना पड़ता है। उसकी सीखने की ललक के चलते वह सबसे बेहतर खिलाड़ियों में शुमार है।

अर्चिता ने बताया कि फजलगंज स्थित एक फैक्ट्री में कामकर परिवार की कुछ मदद करती थीं। खेल से जुड़ने के बाद अब काम नहीं कर पा रही हूं। जिसके कारण परिवार की दशा की चिंता हमेशा सताती है। राष्ट्रीय प्रतियाेगिता में पदक जीतकर परिवार के कुछ काम आ सकू। इसके लिए निरंतर अभ्यास कर रहीं हूं। कोच शैलेश कुमार ने निश्शुल्क प्रशिक्षण के साथ पास के ही स्कूल में एडमिशन कराकर बेहतर शिक्षा की मुहैया कराने की पहल की। उनके बदौलत यहां तक पहुंची हूं।

chat bot
आपका साथी