ग्रामीण बैंक कर्ज से दबे खाताधारकों को देगी राहत

जागरण संवाददाता, कन्नौज: आर्यावर्त ग्रामीण बैंक एनपीए यानी गैर निस्पादित खातों का समाधान करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jan 2019 11:01 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jan 2019 11:01 PM (IST)
ग्रामीण बैंक कर्ज से दबे खाताधारकों को देगी राहत
ग्रामीण बैंक कर्ज से दबे खाताधारकों को देगी राहत

जागरण संवाददाता, कन्नौज: आर्यावर्त ग्रामीण बैंक एनपीए यानी गैर निस्पादित खातों का समाधान करेगी। कर्ज से दबे ग्रामीण और किसानों को राहत देने के लिए बैंक ने पहली बार एकमुश्त समाधान (ओटीएस) योजना निकाली है। जो मार्च 2017 तक गैर निस्पादित खातों पर लागू होगी। मार्च 2017 तक के सभी एनपीए खातों का समाधान बैंक अपने स्तर से करेगी। ब्याज तो माफ होगा ही साथ ही बकाया राशि में भी छूट मिलेगी। करीब एक लाख रुपये तक का लाभ दिया जाएगा। मार्च तक योजना का लाभ उठाया जा सकता है। 26 जनवरी से सभी बैंक शाखाओं पर काम भी शुरू हो गया है।

स्वयं सहायता समूह भी उठाएं लाभ

एनपीए खातों का समाधान कर दोबारा नए सिरे से भी ऋण लिया जा सकेगा। इसमें हर तरह के कृषि संबंधी ऋणों का समाधान किया जाएगा। इसके अलावा स्वयं सहायता समूह, वाहन, ¨सचाई, पशुपालन, डेरी समेत किसी भी तरह के दिए गए ऋण धारकों को योजना का लाभ मिलेगा। 25, 26 व 27 जनवरी को सभी बैंक शाखाओं पर शिविर लगाकर जानकारी दी जा चुकी है।

नोटिस के बाद भी राहत

एनपीए हुए खाताधारकों पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है। कई खाताधारकों की आरसी मिली है। लोक अदालत, पुलिस, राजस्व व बैंक मित्रों के माध्यम से नोटिस दिए गए हैं। जो नोटिस के बाद भी इस योजना का लाभ उठाकर कार्रवाई से बच सकेंगे। नौ मार्च तक योजना चलेगी। 300 एनपीए खाते सटलमेंट

क्षेत्रीय कार्यालय के वरिष्ठ प्रबंधक बीडी पांडेय ने बताया कि ग्रामीण बैंक ने 25, 26 और 27 जनवरी को शिविर लगाया। इस दौरान ओटीएस यानी वन टाइम सटलमेंट योजना की खाताधारकों को जानकारी देकर समाधान कराया। 44 शाखाओं पर 300 ऐसे एनपीए खातों का समाधान कर बंद किए गए। इससे खाताधारकों को कर्ज से राहत मिली। साथ ही बैंक को एक करोड़ रुपये वसूल हुए। वहीं, 26 जनवरी को 32-32 महिला व दिव्यांग को जरूरत के अनुसार ऋण उपलब्ध कराया गया। जिले की स्थिति

बैंक शाखाएं : 44

एनपीए खाता : 14,278

फंसे रुपये : 81.30 करोड़ एनपीए खातों का समाधान कर खाताधारकों को राहत देने की योजना है। शिविर लगाकर योजना की जानकारी दी गई। ब्याज माफ कर मूल धनराशि में भी छूट देंगे।

जेसी चतुर्वेदी, क्षेत्रीय प्रबंधक, ग्रामीण बैंक आफ आर्यावर्त।

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