रोजगार तो दूर खाद्यान्न तक नहीं मिला, मजदूरों ने की नारेबाजी
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संवाद सूत्र, कदौरा : शासन-प्रशासन की लाख कवायदों के बाद भी कुछ जगहों पर प्रवासी हक से वंचित हो रहे हैं। परौसा गांव में गैर प्रांतों से लौटे मजदूरों को रोजगार तो दूर खाद्यान्न तक नहीं मिला। इसकी शिकायत लेकर बुधवार को ब्लाक कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। प्रवासियों के निशाने पर गांव के प्रधान और सचिव रहे।
ग्राम परौसा के कई मजदूर ब्लाक कार्यालय पहुंचे। प्रधान और सचिव के खिलाफ नारेबाजी की। अपनी समस्याओं से बीडीओ अतिरंजन सिंह को अवगत कराया। बताया कि न उन्हें न तो राशन मिल रहा है और न ही रोजगार मिला है। जिससे बाहर से आने के बाद भूखों मरने की नौबत आ गई है। कहा कि गांव के ज्यादातर लोग बाहर रहकर मजदूरी करते हैं। लॉकडाउन में घर आ गए थे तब से राशन नहीं दिया गया। रोजगार के लिए प्रधान से कहा तो वह काम न होने की बात कहते हैं। मजदूर सुनील कुमार, गुलाब सिंह, अनंतराम, दुर्गा प्रसाद, उदयवीर, राजकुमार, वीरेंद्र कुमार, रामबालक, सुनीता और बबली आदि ने बताया कि काम न मिलने से बच्चे भुखमरी के कगार पर हैं। उन्हें आठ दिनों के लिए काम दिया गया था जिसका अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। बीडीओ अतिरंजन सिंह ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। जो दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जहां तक राशन का सवाल है, तो इसके लिए मजदूरों को तहसील में शिकायत दर्ज करानी होगी।