प्रभावी अधिगम से बढ़ता आत्मविश्वास

By Edited By: Publish:Sat, 30 Aug 2014 07:47 PM (IST) Updated:Sat, 30 Aug 2014 07:47 PM (IST)
प्रभावी अधिगम से बढ़ता आत्मविश्वास

उरई, जागरण संवाददाता : शनिवार को दयानंद वैदिक महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षा विभाग में एमएड सत्र प्रारंभ से पहले ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों को प्रभावी अधिगम से आत्मविश्वास बढ़ाने के सूत्र दिए गए, जिससे लक्ष्य तक पहुंचने में उनमें ऊर्जा का संचार हो।

चार दिवसीय सेमिनार के अंतिम दिन प्राचार्य डा. अनिल कुमार ने अपने संबोधन के जरिए छात्रों में उत्साह भरा। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच और बेहर प्रबंधन का अनुसरण करते हुए आगे बढ़ा जाए तो कठिन से कठिन लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। सकारात्मक सिद्धांत पर अमल करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। प्रभारी प्राचार्य डा. आदित्य कुमार ने एमएड अभ्यर्थियों को आने वाले भविष्य में समाज में उनकी भूमिका और शिक्षा की प्रगति में उनकी जिम्मेवारी का अहसास कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर व्यवहारिक जीवन सभी जगह अनुशासन और संस्कारों को मजबूत करते हुए आगे बढ़ेंगे तो निश्चित लक्ष्य को पाया जा सकता है। सुरेंद्र यादव ने अपने संबोधन में पर्यावरण की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रकृति से छेड़छाड़ का परिणाम है कि हर साल कोई न कोई भयावह दैवीय आपदा का सामना जनमानस को करना पड़ रहा है। हर व्यक्ति को पर्यावरण संरक्षण में अपने दायित्व का निर्वाहन करना पड़ेगा। इसकी महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शिक्षण पर्यावरण अनिवार्य विषय के रूप में शामिल किया गया है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डा. शैलजा गुप्ता ने किया। उन्होंने अपने संबोधन एकाग्रता के महत्व को उदाहरण देते हुए समझाने ही कोशिश की। उन्होने कहा कि रोचक से रोचक विषय का बिना एकाग्रता के पूर्ण ज्ञान हासिल नहीं हो पाता। विजय शंकर ने शरीरिक व्यायाम और आसान के बारे में बताया। इससे पूर्व लखनऊ विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफसर डा.श्रवण कुमार ने अतिथि प्रवक्ता के तौर पर अपने संबोधन में लेखन और बोलने की कला में सुधार के मंत्र दिए। उनको संबोधन का छात्रों के चित्त पर गहरा असर हुआ। डा. तारेश भाटिया ने व्यक्तित्व विकास, डा. रामेंद्र गुप्ता ने जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला जबकि राजेश पालीवाल ने बेहद प्रभावी से बताया कि किन सिद्धांतों पर अमल करते हुए छात्र सफलता की बुलंदी हासिल कर सकते हैं और कौन से गलतियां उन्हें त्रासदी की ओर धकेल देती हैं। योगेश पाल ने नेट की तैयारी के टिप्स दिए। डा. अनिल श्रीवास्तव ने संतुलित जीवन के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। डा. राजन भाटिया ने स्वस्थ्य रहने के उपायों पर जोर दिया जबकि डा. तारेश भाटिया ने व्यक्तित्व विकास के बारे में महत्वपूर्ण सूत्र बताकर छात्रों को उनका अनुकरण करने की प्रेरणा दी।

chat bot
आपका साथी