जनपद में डेंगू और बुखार ने चार और जानें लीं

सादाबाद के नगला मांधाता में डेंगू से महिला की तो रामपुर में बुखार से दो लोगों की मौत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Nov 2019 01:02 AM (IST) Updated:Fri, 08 Nov 2019 01:02 AM (IST)
जनपद में डेंगू और बुखार ने चार और जानें लीं
जनपद में डेंगू और बुखार ने चार और जानें लीं

जागरण टीम, हाथरस : ठंड बढ़ने के साथ ही बुखार और डेंगू की मारक क्षमता बढ़ती जा रही है। गुरुवार को जिले में चार लोगों की मौत डेंगू और बुखार से हो गई। सादाबाद के नगला मांधाता में डेंगू से महिला की मौत हो गई तो हाथरस जंक्शन के गांव रामपुर के दो व्यक्तियों की बुखार से मौत हुई है। मुरसान के गांव जटोई में भी बुखार ने अधेड़ की जान ले ली। स्वास्थ्य विभाग अभी भी जिले में डेंगू से मौत मानने को तैयार नहीं है।

सादाबाद के गांव नगला मांधाता (कुरसंडा) में निवासी बबलू की पत्नी ममता को चार दिन पूर्व बुखार आने पर पहले स्थानीय चिकित्सक से दवा दिलाई गई। लाभ न होने पर आगरा ले गया। परिजनों ने बताया कि वहां चार दिन उपचार चलने के बाद बुधवार की देर रात डेंगू पीड़ित ममता की मौत हो गई। इसी गांव के विष्णु पुत्र विजय सिंह को भी आगरा के चिकित्सकों ने डेंगू बताया है। उनका उपचार भी आगरा में चल रहा है। गांव में दर्जनभर लोग वायरल से पीड़ित हैं।

हाथरस जंक्शन के गांव रामपुर निवासी मंगल सिंह (50) पुत्र प्यारे लाल कई दिन से बुखार और खांसी से परेशान थे। गांव के ही चिकित्सक से बुधवार दोपहर उन्होंने दवाई ली। चिकित्सक ने कई जांच कराई और दवाई दी। बुधवार शाम को जब दवाई से फायदा नहीं मिला तो परिजन मंगल सिंह को जिला अस्पताल लेकर आए। यहां करीब एक घंटे तक उपचार चला। इसके बाद चिकित्सकों ने गुरुवार सुबह मरीज को लेकर आने की बात कही। गुरुवार को तड़के चार बजे मंगल सिंह ने दम तोड़ दिया। मंगल के पुत्र भोला शरण ने बताया कि बुखार के कारण ही उनके पिता की मौत हुई है।

इसी गांव के साहब सिंह (48) पुत्र दयाल शरण मजदूरी करके परिवार पालते थे। दो साल से वे बीमारी से परेशान थे। बुखार आने पर बुधवार की सुबह पैंसेजर ट्रेन से वे शाहदरा अपनी बहन के घर गए थे, जहां उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार सुबह बीमारी के चलते उनकी मौत हो गई। उन्होंने अपने पीछे पत्नी सोनलता व छोटे-छोटे पांच बच्चों को रोते बिलखते छोड़ा है। उनके भाई जोधपाल ने बताया कि साहब सिंह काफी समय से बीमार थे। दिल्ली बहन के यहां उपचार कराने गए थे। वहां बुखार आने के कारण उनकी मौत हो गई। जटोई में बुजुर्ग ने दम तोड़ा

उधर, मुरसान के गांव जटोई में 58 वर्षीय हरी सिंह की बुखार से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वह कई दिन से बुखार से पीड़ित थे और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था। गांव में कई अन्य लोग भी बुखार से पीड़ित हैं। घाटमपुर में 100 से अधिक बीमार

घाटमपुर गांव में 100 से अधिक लोगों के बीमार होने पर गुरुवार को वहां चिकित्सीय दल गया, लेकिन नगला मांधाता में स्थिति और ज्यादा खराब है। यहां भी लोग जबरदस्त वायरल से जूझ रहे हैं। इस गांव में डेंगू से महिला की मौत के बाद उनकी दोनों बेटियां कृष्णा और अंजलि भी वायरल की चपेट में हैं। इसके अलावा अशोक कुमार, सरोज देवी, दिनेश पचौरी, विजय सिंह, आशा देवी, राजू, नीतू आदि भी वायरल की चपेट में हैं। वायरल से जूझ रहे 12 मरीजों की स्लाइड तैयार की गई। जागरण की खबर पर

जागा हेल्थ महकमा

दैनिक जागरण ने गुरुवार के अंक में गांव घाटमपुर में 100 से अधिक लोगों के बीमार होने की जानकारी देते हुए खबर प्रकाशित की थी। इसको संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार की सुबह गांव में चिकित्सकीय टीम भेजी। गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में शिविर लगाकर 102 मरीजों की जांच की गई। इन सभी को वायरल के चलते दवा का वितरण किया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ.दानवीर सिंह ने कहा है कि बुखार से पीड़ित लोग झोलाछाप से इलाज कराने से बचें और सरकारी स्वास्थ्य केंद्र व अस्पताल आकर दवा लें। कहीं ज्यादा लोग बीमार हों तो तत्काल अस्पताल में सूचना भिजवाएं।

chat bot
आपका साथी