गोरखपुर में स्‍वर्ण आभूषणों को शुद्धता की गारंटी देने वाले तीन हॉलमार्किंग सेंटर निलंबित, जानें-कैसे कर रहे थे खेल Gorakhpur News

भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से जांच के लिए स्वर्ण आभूषण के नमूने लिए गए थे जिनमें से तीन नमूने जांच में फेल हो गए हैं। हॉलमार्किंग सेंटर खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 04 Jan 2020 08:10 AM (IST) Updated:Sat, 04 Jan 2020 08:10 AM (IST)
गोरखपुर में स्‍वर्ण आभूषणों को शुद्धता की गारंटी देने वाले तीन हॉलमार्किंग सेंटर निलंबित, जानें-कैसे कर रहे थे खेल Gorakhpur News
गोरखपुर में स्‍वर्ण आभूषणों को शुद्धता की गारंटी देने वाले तीन हॉलमार्किंग सेंटर निलंबित, जानें-कैसे कर रहे थे खेल Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। सोने के आभूषणों की शुद्धता प्रमाणित करने वाले महानगर के पांच में से तीन हॉलमार्किंग सेंटर को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) की ओर से निलंबित कर दिया गया है। बीआइएस की वेबसाइट पर इन सेंटरों के नाम अंडर सस्पेंशन की श्रेणी में रखे गए हैं। इन पर मानक के विपरीत हॉलमार्किंग करने का आरोप है। जांच में आरोप सही पाए जाने पर लाइसेंस निरस्त हो सकता है।

हॉलमार्किंग सेंटर खुद सवालों के घेरे में

स्वर्ण आभूषण पर कैरेट एवं शुद्धता की मुहर लगाने वाले हॉलमार्किंग सेंटर खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं।  2019 में जुलाई से दो सेंटर तथा दिसंबर से एक सेंटर का लाइसेंस अंडर सस्पेंसन रखा गया है। भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से जांच के लिए स्वर्ण आभूषण के नमूने लिए गए थे, जिनमें से तीन नमूने जांच में फेल हो गए हैं। इस संबंध में बीआइएस लखनऊ कार्यालय के लैंडलाइन पर फोन कर अधिकारियों से बात करने की कई बार कोशिश की गई लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला।

इन पर हुई कार्रवाई

भारतीय मानक ब्यूरो की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक महानगर के हरवंशराम गली शांति कटरा (बंगाली काली बाड़ी मंदिर के पास) स्थित मेसर्स एस. वी. हालमार्किंग सेंटर का लाइसेंस 20 दिसंबर 2019 से, हिंदी बाजार, केदार खंड तृतीय तल पर स्थित मेसर्स गोरखपुर हॉलमार्किंग सेंटर 10 जुलाई 2019 से निलंबित है। तीसरा सेंटर मकान नंबर 41 ए प्रथम तल हिंदी बाजार में है। इसे मां लक्ष्मी हॉलमार्किंग सेंटर के नाम से लाइसेंस जारी किया गया था। इस सेंटर का लाइसेंस 25 जुलाई 2019 से निलंबित है।

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