Video: दारोगा ने बेटी के सामने पिता को पीटा- मुंह पर रखा जूता, SP ने किया सस्पेंड Gorakhpur News
सिद्धार्थनगर में दारोगा और सिपाही ने एक दुकानदार को उसकी मासूम बेटी के सामने बीच चौराहे पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और मुंह पर जूता रख दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। सिद्धार्थनगर जिले का खेसरहा थाना क्षेत्र का सकारपार चौराहा दारोगा और सिपाही की दबंगई का गवाह बना। दारोगा और सिपाही ने एक दुकानदार को उसकी मासूम बेटी के सामने बीच चौराहे पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और मुंह पर जूता रख दिया। इस घिनौनी हरकत का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने दोनों को निलंबित करते हुए सीओ डुमरियागंज को जांच सौपी है।
मामूली विवाद था #WATCH: Man thrashed by two police personnel in Siddharthnagar over alleged traffic violation. UP Police have taken cognisance of the incident and suspended the two police personnel. (Viral video) pic.twitter.com/0dWvnSV0lL
सकारपार चौकी प्रभारी वीरेंद्र मिश्रा मंगलवार को शाम करीब चार बजे चौराहे पर कारखास सिपाही महेंद्र कुमार के साथ खड़े थे। कुडज़ा निवासी रामेश्वर पांडेय (24) पुत्री (4) के साथ अपनी मोबाइल की दुकान पर थे। इसी बीच ग्राम टीकुर निवासी एक व्यक्ति मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए दुकान पर पहुंचा। रामेश्वर ने घर जल्दी पहुंचने का हवाला देते हुए दुकान का शटर गिरा दिया। इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी शुरू हो गई। किसी ने इसकी सूचना दारोगा को दे दी।
बाइक आगे बढ़ने पर आग बबूला हुआ दारोगा
रामेश्वर जब पुत्री के साथ बाइक लेकर उधर से गुजरे तो सिपाही ने हाथ हिलाते हुए उन्हें रुकने का इशारा किया। रामेश्वर की गलती सिर्फ इतनी थी कि रोकते-रोकते उनकी बाइक कुछ आगे बढ़ गई। दोनों को युवक की यह गुस्ताखी इतनी नागवार गुजरी कि पुत्री के सामने ही उस पर टूट पड़े। उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जमीन पर गिराकर बूटों की ठोकर मारी और मुंह पर जूता रखकर लोगों को नसीहत देते रहे। पिता की पिटाई देखकर मासूम बच्ची रोने लगी लेकिन, दारोगा और सिपाही के कानों तक उसकी चीख नहीं पहुंच सकी। लोग भी तमाशबीन बने रहे, लेकिन किसी ने इस हरकत को मोबाइल में कैद कर लिया। एसओ खेसरहा राम आशीष यादव का कहना है कि बुधवार को वीडियो वायरल होने पर घटना की जानकारी हुई।
पुलिस कर्मियों की अभद्रता को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। दोनों को निलंबित कर मामले की जांच सीओ डुमरियागंज को सौंपी है। - डा. धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक