Coronavirus Lockdown Day 9 : कोरोना से मौत के बाद भय, मेडिकल कॉलेज छोड़कर जाने लगे मरीज Gorakhpur News

मेडिसिन वार्ड व ट्रामा सेंटर में दहशत का माहौल है। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ वहां भर्ती मरीज व उनके तीमारदार भी डरे हुए हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Fri, 03 Apr 2020 08:10 AM (IST) Updated:Fri, 03 Apr 2020 08:10 AM (IST)
Coronavirus Lockdown Day 9 : कोरोना से मौत के बाद भय, मेडिकल कॉलेज छोड़कर जाने लगे मरीज Gorakhpur News
Coronavirus Lockdown Day 9 : कोरोना से मौत के बाद भय, मेडिकल कॉलेज छोड़कर जाने लगे मरीज Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना से मौत की सूचना आम होने के बाद मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड से मरीज जाने लगे हैं। उन्हें संक्रमण का डर सता रहा है। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने पूरे वार्ड को सैनिटाइज करा दिया है और नियमित सफाई की व्‍यवस्‍था भी करा दी है।

सैनिटाइज कराने के बाद भी मेडिसिन वार्ड व ट्रामा सेंटर में दहशत

मेडिसिन वार्ड व ट्रामा सेंटर में दहशत का माहौल है। डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ वहां भर्ती मरीज व उनके तीमारदार भी डरे हुए हैं। मरीज देखने के समय कोई डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी व्यक्तिगत सुरक्षा किट में नहीं थे। मरीज पहले ट्रामा सेंटर आया, वहां से उसे मेडिसिन वार्ड भेजा गया जो ट्रामा सेंटर से लगभग चार सौ मीटर दूर है। तबीयत बिगडऩे पर उसे वहां से पुन: ट्रामा सेंटर के आइसीयू में लाया गया। जहां से भी और जिस किसी के पास से वह गुजरा वह लोग भी कोरोना की चपेट में आने की आशंका से परेशान हैं। हसनैन की देखभाल करने वाले डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी सबसे ज्यादा सकते में हैं।

17 घंटे अस्पताल में रहा हसनैन

बस्ती का युवक हसनैन रविवार को दोपहर बाद 2.45 बजे मेडिकल कॉलेज परिसर में आ गया था। 3.15 बजे मेडिसिन वार्ड में भर्ती हुआ। देर रात उसकी तबीयत बिगडऩे पर ट्रामा सेंटर के आइसीयू में शिफ्ट किया गया, जहां सोमवार की सुबह लगभग आठ बजे उसकी मौत हो गई। उसके बाद 10 बजे परिजन उसके शव को लेकर यहां से रवाना हो गए थे।

कई लोगों के संपर्क में आए थे तीमारदार

बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में भर्ती बस्ती के युवक हसनैन की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कई लोगों में संक्रमण की आशंका बढ़ गई है। मरीज को भर्ती कराने की प्रक्रिया में उसके परिजनों ने ट्रामा सेंटर में पर्ची बनवाई। 12 नंबर की ट्राली पर लेकर मेडिसिन इमरजेंसी गए। वहां तैनात जूनियर डॉक्टरों ने उसे देखा। इसके बाद उसे मेडिसिन इमरजेंसी के केबिन नंबर दो में बेड पर लिटाया गया, वह छह बेड की केबिन है। इसके बाद तीमारदार फिर भर्ती कागज बनवाने के लिए ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहां पहले से लाइन लगी थी। वार्ड ब्वाय ने मरीज का ब्लड निकाला। फिर जूनियर डॉक्टरों की टीम ने उसकी जांच की। इसके बाद तीमारदार यूजेज चार्जेज काउंटर व पैथोलॉजी पर लगी लाइन में खड़े हुए। दो शिफ्ट की स्टॉफ नर्स, वार्ड ब्वाय, वार्ड आया व सफाईकर्मी मरीज के आसपास ड्यूटी किए थे। मरीज की देखरेख करने वाले डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी रविवार व सोमवार को अपने घर भी गए थे। 

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