चाइनीज सेब से पटे बाजार, सीमावर्ती क्षेत्र में बड़ी मात्रा में हो रही तस्करी

सीमा पर चौकसी के बाद भी इन दिनों चाइनीज सेब की बड़ी मात्रा में तस्करी हो रही है।

By Edited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 10:00 AM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 11:16 AM (IST)
चाइनीज सेब से पटे बाजार, सीमावर्ती क्षेत्र में बड़ी मात्रा में हो रही तस्करी
चाइनीज सेब से पटे बाजार, सीमावर्ती क्षेत्र में बड़ी मात्रा में हो रही तस्करी

गोरखपुर, जेएनएन। भारत-नेपाल की खुली सीमा से चौकसी के बाद भी इन दिनों चाइनीज सेब की बड़ी मात्रा में तस्करी हो रही है। तराई के बाजार चाइनीज सेबों से पटे हैं। तस्करी पर लगाम न लगने से तस्करों के हौसले बुलंद हैं। आकार व आकृति में बड़े व आकर्षक दिखने वाले इन सेब की मार्केट में मांग बढ़ी हुई है, जिसका तस्कर फायदा उठा रहे हैं और मुंहमांगा दाम लेकर इस धंधे में लगे हुए हैं। सीमा पार से निकलकर चाइनीज सेब की खेप महराजगंज जिला मुख्यालय तक पहुंच रही है। बाजारों में ठेले से लेकर बड़ी दुकानों पर इसकी बिक्री के बावजूद जिम्मेदार इसके प्रति अनजान बने हैं।

चाइनीज व भारतीय सेब के मूल्य में अंतर

चाइनीज सेब व भारतीय सेब में काफी अंतर है। भारतीय सेब की कीमत जहां 80 से 120 रुपये किलो है, वहीं चाइनीज सेब व्यापारियों को मात्र 40 से 60 रुपये प्रति किलो में तस्कर उपलब्ध करा देते हैं। जिसको व्यापारी बाजार में भारतीय सेब के समान मूल्य पर ही बेचते हैं।

इन जगहों से तस्करी तेज

महराजगंज के खुली सीमा नेपाल झुलनीपुर, ठूठीबारी,लक्ष्मीपुर, बरगदवा, सेवतरी, भगवानपुर सहित विभिन्न नाकों से रोजाना सेब की तस्करी हो रही हैं। सूत्र बताते हैं कि सेब की तस्करी के लिए पहले सीमा के निकट एक निश्चित गोदाम में इन्हें स्टोर किया जाता है। इसके बाद इन्हें बजारों में भेज दी जाती है।

सेब तस्करी के मामले को लेकर बाजारों में छापेमारी की जाएगी। साथ ही तस्करों के नेटवर्क का पता लगाते हुए उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए संबधित को निर्देश दिए गए हैं। - रोहित सिंह, सजवान, पुलिस अधीक्षक महराजगंज

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